बिलासपुर. अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर के प्रमुख कॉलेज सीएमडी महाविद्यालय (C.M. Dubey college Bilaspur) के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के वॉलिंटियर्स कोरोना काल में भी समाज सेवा के ध्येय को नहीं भूले। वे लगातार गांव में घूम घूम कर ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचने का संदेश देते रहे । उन्हें जागरूक करते रहे और अपने स्तर से यथासंभव मदद भी करते। ऐसे एनएसएस (NSS) वालंटियर को सेवा भाव का यह पाठ पढ़ाने वाले कार्यक्रम अधिकारी प्रोफ़ेसर पीएल चंद्राकर (Prof. PL Chandrakar) भी लगातार गांव गए।
कैंपस समाचार ( Campussamachar.com) विशेष बातचीत में डॉक्टर चंद्राकर ने कोरोना काल में किए गए सेवा कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा सेवा कार्यों का मुख्य उद्देश्य लोगों की मदद करना है, ना कि प्रसिद्धि पाना। उन्होंने कहा उनका ध्येय केवल समाज के गरीब और जरूरतमंदों की यथा शक्ति मदद करना है और उन्हें खुशी है कि एनएसएस वॉलिंटियर्स में उनके नेतृत्व में यह काम कर दिखाया है। इस काम में महाविद्यालय के चेयरमैन पंडित संजय दुबे एवं प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर संजय सिंह का पूर्ण रूप से सहयोग मिला। साथी कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर के के शुक्ला (Dr K.K. Shukla)भी साथ रहे। ऐसे मार्गदर्शन में एनएसएस इकाई ने विविध कार्यक्रम किए एवं जनमानस की सेवा की ।
डॉक्टर चंद्राकर ने बताया कि कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए ग्रामीण एवं शहरी इलाकों मैं स्वयं सेवकों ने इस वैश्विक महामारी के दौरान मास्क वितरण , सैनिटाइजेशन , स्वच्छता एवं अन्य विशेष कार्य किए। स्वयंसेवकों ने अलग-अलग टीमें गठित कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क बनाकर वितरित किया। गली -मोहल्लों एवं घरों को सैनिटाइज भी किया। स्वयंसेवकों ने संयुक्त प्रयास से सोशल मीडिया व व्यक्तिगत संपर्क द्वारा कोविड -19 ( Covid-19) की गाइडलाइंस का पालन करते हुए जागरूकता अभियान तथा जनसेवा लगातार जारी रखा।
स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए स्वयंसेवकों ने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता कार्यक्रम किए। ग्रामीण इलाकों में तालाबों की साफ-सफाई , मोहल्ले की साफ- सफाई , सामाजिक स्थलों की साफ-सफाई आदि की। लोगों से भी अपील की कि वे अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें।
गोद ग्राम नेवसा में किए विशेष कार्य –
एनएसएस के मॉडल गोद ग्राम नेवसा (कोटा) में स्वयंसेवकों ने दिनचर्या में ग्रीनचर्या कार्यक्रम के अंतर्गत पौधारोपण किया। स्वास्थ्य हेतु लाभदायक एवं औषधि युक्त पौधे एवं फलदार पौधे रोपित किए। गौ संवर्धन के लिए उक्त नस्ल के सांडो का वितरण किया गया। डाक्टर चंद्राकर ने बताया कि भारत की ओर एक कदम बढ़ाते हुए हमारी एनएसएस इकाई ने गोद ग्राम की युवतियों को सिलाई मशीन उपलब्ध करवाई, जिनसे उनका कौशल बढ़ सके एवं रोजगार प्राप्त हो। साथ ही निर्माण किए गए तालाब में मत्स्य पालन के लिए मत्स्य एवं बीज डाले गए। जिससे ग्रामीणों के रोजगार का आवक बढ़े। इस तालाब के जल की स्वच्छता व ऑक्सीजन की वृद्धि एवं सौंदर्यीकरण के लिए बतख छोड़ें, जिससे जल में ऑक्सीजन के स्तर बढ़ जाती है एवं तालाब की सफाई भी होती है। फलस्वरूप ग्रामीणों को जल से अन्य बीमारियां भी नहीं होंगी।
महामारी के दौरान किए गए और भी अन्य कार्यक्रम –
ग्रामीण एवं शहरी सभी इलाकों में महामारी के दौरान स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा ,मधुमेह से बचाव पौधारोपण, योग, नशे के प्रति जागरूकता जैसे अन्य कार्यक्रम किए गए। ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से अन्य विषयों पर भी लोगों को जागरूक किया गया।
ये रहे सक्रिय स्वयंसेवक-
इन सभी सेवा कार्यों में प्रमुख रूप से परमानंद पटेल , रोहित लहरे , किशोर राजपूत, लुई भास्कर कौशिक, प्रिंस देवांगन ,नीलम मरकाम, खिलेश्वर कृषे आदि सभी स्वयंसेवकों का योगदान रहा ।
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