बचपन में हम साईकिल बड़ी मुश्किल से पाते, तब वे स्कूटर पर जाते। जब हम स्कूटर खरीदे, वो कार की सवारी करने लगे और जबतक हम मारुति खरीदे, वो बीएमडब्लू पर जाते दिखे।
आखिर अंतर रह ही गया, और हम जब रिटायरमेन्ट का पैसा लगाकर BMW खरीदे अंतर को मिटाने के लिए तो वो साईकिलिंग करते नज़र आये स्वास्थ्य के लिए।
अंतर रह ही गया🤔🙄
हर हाल में हर समय दो लोगो में अंतर रह ही जाता है , अंतर सतत है सनातन है सदा सर्वदा रहेगा , कभी भी दो व्यक्ति और दो परिस्थितियां एक जैसी नहीं होती। इसलिए जिस हाल में हो जैसे हो प्रसन्न रहे , कहीं ऐसा न हो कल की सोचते सोचते आज को ही खो दें और फिर कल इस आज को याद करें।