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Women’s Day 2023 : PNB की वर्क फोर्स में 37% महिलाओं की भागीदारी – मंडल प्रमुख मिलिंद खानखोजे

  •  पंजाब नैशनल बैंक द्वारा महिला सशक्तीकरण के आयोजन में बिलासपुर की 65 विशिष्ट महिलाओं व 40 स्टॉफ सदस्याओं को सम्मानित किया गया।

बिलासपुर, 9 मार्च । campussamachar.com, : भारत के सबसे बड़े बैंक पंजाब नैशनल बैंक,(PNB Bilaspur) मंडल कार्यालय, बिलासपुर द्वारा अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस (Women’s Day 2023 ) के उपलक्ष्य में बैंक की सम्मानित महिला ग्राहकों एवं स्टॉफ सदस्यों को सम्मानित करने हेतु वृहत आयोजन स्थानीय होटल बंशीवाला मे किया गया।

#Women’s Day 2023 : मंडल प्रमुख मिलिंद खानखोजे ने बताया कि 13 अप्रेल 1895 को प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपतराय जी द्वारा स्थापित देश का पहला स्वदेशी बैंक तथा आज भारत का दूसरा सबसे बड़े बैंक पंजाब नैशनल बैंक द्वारा महिलाओं के लिए विशेष महिला पावर बचत खाता खोला जा रहा हैं। पीएनबी वन एप्प की मदद से समस्त बैंकिंग सुविधाएं आपके मोबाईल में उपलब्ध हैं। पीएपीएल के तहत प्री एप्रूव्ड ग्राहकों को मात्र चार क्लिक में दस लाख तक का व्यक्तिगत ऋण एक मिनिट में उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम में अतिथि प्राचार्य सविता तिवारी, कहानीकार चलमेश्वरी राव, चिकित्सा जगत से डॉ अर्चना पांडेय सहित अनेको सम्मानित महिलाओ ने पीएनबी के आयोजन की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया। पंजाब नैशनल बैंक द्वारा महिला सशक्तीकरण के आयोजन में बिलासपुर की 65 विशिष्ट महिलाओं व 40 स्टॉफ सदस्याओं को सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए वरिष्ठ प्रबंधक ललित अग्रवाल ने बताया कि दुनिया के कई देशों पर राज करने वाले ब्रिटेन में 1918 में पहली बार महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया गया. रानी एलिजाबेथ के राज्य में आज तक केवल एक महिला मार्गरेट थैचर ही प्रधानमंत्री बन सकी। अमेरिका जैसे सशक्त, विशाल राष्ट्र में भी महिलाओं को मताधिकार मात्र 110 वर्ष पूर्व ही मिल सका हैं। वहाँ भी पहली बार 2021 में कमला हैरिस महिला उपराष्ट्रपति बन सकी। लम्बे समय तक समानता के अधिकारों की मांग पर ही 8 मार्च 1975 से साल में मात्र एकदिन के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा।
शिक्षाविद  रश्मि अग्रवाल, ने बताया कि सनातन धर्म के अलावा अन्य किसी भी धर्म मे फिमेल गॉड की कल्पना ही नही हो सकती जबकि भारत मे सनातन काल से यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः प्रचलित हैं। वैदिक काल के धन की देवी लक्ष्मी, विद्या की देवी सरस्वती, शक्ति की देवी दुर्गा काली पूजी जाती रही हैं। आजादी के पूर्व वीरांगना लक्ष्मी बाई, अहिल्याबाई होल्कर, आदि आजाद भारत मे पहली गवर्नर सरोजिनी नायडू, प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, वर्तमान द्रौपदी मुर्मू के भारत मे वास्तव में महिलाओं को केवल एक दिन के लिए सम्मान नहीं प्रतिदिन सम्मान की आवश्यकता हैं।


उद्यमी नेहा दुआ ने बताया कि मुगलों की बर्बरता से महिलाओं की अस्मिता बचाने के लिए ही बाल विवाह, पर्दा प्रथा, सती प्रथा, वैधव्य एकल जीवन जैसी कुरीतितो ने स्थान ले लिया था। भारत मे बलात्कार या तलाक का कोई स्थान नहीं था। बल्कि महिला की डोली आती थी तथा अर्थी ही वापस जाती थी। खैर मुगलों, अग्रजों की बर्बरता व मैकाले की शिक्षा पध्दति से नया भारत बाहर वापस आ गया हैं।
आयोजन में मंडल प्रमुख मिलिंद खानखोजे  मुख्य प्रबंधक  दीपराज, मुख्य प्रबंधक विवेक कुमार शर्मा, मुख्य प्रबंधक  कमल किशोर झा, वसूली प्रमुख प्रशांत कुमार, पीएनबी ऋण केंद्र के प्रमुख सौभाग्य बारिक, सदर बाजार के मुख्य प्रबंधक  कैलाश झा, सुनील कुमार, गजानंद राठौर, ललित अग्रवाल सहित बिलासपुर मंडल कार्यालय व स्थानीय शाखाओं की पूरी टीम उपस्थित थी ।

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