भारतीय तिथि का अंकीय निरूपण
आज तिथि 5124/10-02-02/01,
युगाब्द 5124 / पौष – कृष्ण द्वितीया / रविवार
युगाब्द (कलियुग) -5124
पौष -10वां महीना
शुक्ल – अमांत का दूसरा पक्ष
तिथि – द्वितीया (2रा )
वार/दिन- रवि(पहला वार/दिन)
इसलिए भारतीय तिथि को अंको में ऐसे लिखेंगे।
युगाब्द संख्या/माह संख्या -पक्ष संख्या -तिथि संख्या/वार संख्या
5️⃣1️⃣2️⃣4️⃣🔱1️⃣0️⃣🚩0️⃣2️⃣🚩0️⃣2️⃣🔱0️⃣1️⃣
नहाए-धोए का होत है, जो मन मैल ना जाए ।
मीन सदा जल में रहे, धोए बास ना जाए ।।
✍️ ईश्वर का सामीप्य पाने के लिए प्रथम एवम अनिवार्य शर्त पवित्रता होती है ।
✍️ हम सामान्य जन नहा धोकर ईश्वर के समीप बैठने को ही पवित्रता मान लेते हैं ।
✍️ हमारे मन की सोच, विचार एवम भावनाएं अगर अभी भी दूषित/कुत्सित हैं तो ईश्वर/चित्र के समीप बैठकर भी हम ईश्वर से बहुत दूर हैं ।
✍️ जब मन, वाणी एवं अंतःकरण (ह्रदय) सभी ईश्वरानुरूप सबके कल्याण की सोचते हैं तभी पवित्रता आती है ।
✍️ जब हम पवित्र होते हैं तभी ईश्वर तक हमारी बात/प्रार्थना/गुहार पहुंचती है ।
आज तिथि 5124/10-02-02/01, युगाब्द 5124 / पौष – कृष्ण द्वितीया / रविवार की पावन मंगल बेला में, पवित्र मन से ही ईश्वर के समीप बैठने से स्वयं को संकल्पित एवं आपको भी प्रेरित करते हुए नित्य की भांति आप को मेरा “राम-राम”।