- सिनेमा और अन्य सांस्कृतिक विधाओं ने हिंदी को समृद्ध किया है : डॉ लीना मिश्र
- हिंदी दिवस के अवसर पर बालिका विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
लखनऊ. हिंदी हमारी आत्मा है। यह दुनिया के अधिकांश भागों में बोली, समझी और लिखी जाती है। इसे मुख्य संप्रेषण की भाषा के रूप में महत्त्व प्राप्त है। भले ही हिंदुस्तान में हिंदी को राष्ट्रभाषा का महत्त्व न मिला हो पर आत्मिक उद्गार की मुख्य भाषा है। चलन के तहत 14 सितंबर को विश्व हिंदी दिवस का आयोजन होता है। बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोती नगर लखनऊ में भी हर वर्ष की भांति इस वर्ष सीमा आलोक वार्ष्णेय एवं मंजुला यादव के निर्देशन में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन संपन्न हुआ। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने छात्राओं को हिंदी के महत्व के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और व्यापार की भाषा बन जाने से हिंदी का प्रसार हुआ है। इसके पश्चात छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया।
हिंदी के महत्व पर निबंध लिखे जिसमें कक्षा 12 की शालिनी यादव का निबंध सबसे सार्थक रहा। पोस्टर प्रतियोगिता में कक्षा 11 की स्नेहा भारती प्रथम ,कक्षा 12 की हिना खातून द्वितीय ,कक्षा 11 की आराध्या गुप्ता तृतीय स्थान तथा कक्षा 12 की सौम्या और कक्षा 11 की सिमरन लोधी को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ ।स्लोगन प्रतियोगिता में कक्षा 11 की ऋषिता चंद्रा प्रथम स्थान पर ,कक्षा सात की खुशबू गौतम द्वितीय स्थान पर, कक्षा 11 की नैना कनौजिया तृतीय स्थान पर रही तथा कक्षा 7 की मोहिनी को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके साथ ही कक्षा 12 की छात्रा सौम्या, हिना एवं राशि ने काव्य पाठ में प्रतिभाग किया। इन सभी छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा।