बिलासपुर. अचंल के प्रतिष्ठित महाविद्यालय सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर के भूगोल विभाग में अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के अवसर पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रो. बी. सी. जाट (जयपुर, राजस्थान) को आनलाईन मोड पर आमंत्रित किया गया।
प्रो. बी. सी. जाट ने कहा की ओजोन गैस की सुरक्षा जीवन की सुरक्षा। उन्होंने बताया कि लाफिंग गैसों (NO2) के कारण ओजोन परत मे छेद हो रही है, जो एक चिन्तनीय विषय है। हम सब को मिलजुल कर लाफिंग गैस को नियंत्रित करना चाहिए।
इस अवसर प्रो. हर्षा शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजोन परत वायु मण्डल की चैथी परत है जो हमें सूर्य से आने वाली खतरनाक पराबैगनी किरणें को सोख कर सुरक्षित करता है। यदि ओजोन परत में छिद्र बदले जायेगें तो जीव-जंतुओं को खतरनाक बीमारियाँ अधिक होने से एक दिन ऐसा आयेगा कि धरती के सभी जीव-जन्तु नष्ट हो जाएगें। आज आवश्यकता है कि क्लोरो-फ्लोरो कार्बन जो विभिन्न माध्यम से मनुष्य के द्वारा वायु मण्डल में छोड़ा जा रहा है या विसर्जित किया जा रहा है उसे नियंत्रित किया जाए। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष, डाॅ. पी. एल. चन्द्राकर द्वारा सभी अतिथियों का अभिनन्दन किया गया।
व्याख्यान को सफल बनाने में प्रो. के. प्रसाद, प्रो. स्मृति पाण्डेय, महुआ पाठक, रोहित लहरे एवं भूगोल परिषद के नारायण रात्रे, सूर्यांश पाण्डेय.सतेंद्र वादेकर, एबं अन्य सभी छात्र छात्राएं सक्रिय रहें। महाविद्यालय के शासकीय निकाय के अध्यक्ष, पं. संजय दुबे एवं प्रभारी प्राचार्य डाॅ. संजय सिंह ने भूगोल विभाग को इस सफल आयोजन के लिए अपनी शुभ कामनायें प्रेषित किये। उपस्थित सभी 100 से भी ज्यादा छात्र छात्राओं ने ओजोन परत को बचाने का संकल्प लिया.