कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मान किया
बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय ((Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने 22 अगस्त, 2022 को भारत गणराज्य की राष्ट्रपति महोदया एवं गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की विजिटर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में सौजन्य भेंट की। कुलपति प्रो. चक्रवाल ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद एवं केन्द्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के रूप में दायित्व ग्रहण करने पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की एवं बधाई दी। कुलपति प्रो. चक्रवाल ने श्रीमती मुर्मू का पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मान किया।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने विवि की विभिन्न उपलब्धियां बताई
इस सौजन्य भेंट के अवसर पर कुलपति प्रो. चक्रवाल ने माननीया राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू को जनजातीय गौरव के प्रतीक और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में उनके महत्वपूर्ण योगदान एवं उच्च नैतिक आदर्शों को समर्पित पुस्तक ‘‘बिरसा मुंडा- जनजातीय गौरव‘‘ की प्रति भेंट की। उल्लेखनीय है कि इस पुस्तक का संपादन कुलपति प्रो. चक्रवाल ने किया है।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू को गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.) में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संपूर्ण सफल क्रियान्वयन के लिए किये जा रहे सकारात्मक प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लेखित रोजगारपरक शिक्षा, कौशल विकास एवं मूल्य आधारित शिक्षा के बिंदुओं को अंगीकार करते हुए विश्वविद्यालय(Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.) द्वारा ‘‘शिक्षा के साथ भी, शिक्षा के बाद भी‘‘ की अवधारणा के साथ ‘‘स्वावलंबी छत्तीसगढ़‘‘ योजना को प्रारंभ किये जाने की जानकारी दी। केन्द्रीय विश्वविद्यालय की छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल विकास के साथ उद्यमिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह अभिनव पहल की गई है। \
विवि के विभिन्न कामकाज की भी जानकारी दी
छत्तीसगढ़ राज्य के युवा इस संकल्प के अंतर्गत अध्ययनकाल के दौरान ही भविष्य की चुनौतियों के लिए स्वावलंबन, साहस एवं बुद्धि कौशल से संपन्न होंगे। प्रो. चक्रवाल ने विश्वविद्यालय की विभिन्न अकादमिक, शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में हो रही प्रगति का उल्लेख भी इस मुलाकात में किया। उन्होंने माननीया राष्ट्रपति को जनजातीय विद्यार्थियों हेतु ‘‘सेंटर फार इंटीग्रेटेड कम्यूनिटी एम्पावरमेंट एंड सस्टेनेबल डेवेलपमेंट थ्रू ट्रेनिंग ऑफ शैड्यूल्ड ट्राइब्स इन छत्तीसगढ़‘‘ परियोजना के विषय में भी जानकारी दी। इस सेंटर के तहत जनजातीय विद्यार्थियों को निःशुल्क आवासीय सुविधा के साथ विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा।
राष्ट्रपति महोदया ने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की उत्तरोत्तर प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की एवं उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय अकादमिक, शोध एवं अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियों में देश का अग्रणी विश्वविद्यालय बनेगा। कुलपति प्रो. चक्रवाल ने माननीया राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से विश्वविद्यालय के विजिटर के रूप में निरंतर मार्गदर्शन हेतु अनुरोध किया।