सीयू में यूजीसी प्रदत्त महिमा गुरु के नाम पर देश की पहली पीठ स्थापित
बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) में स्थापित महिमा गुरु पीठ भारतीय आध्यात्म के पुरातन चितंन के वैभवशाली एवं गौरवशाली अतीत संजोने के साथ उसे दोबारा स्थापित करने का प्रयास करेगी। यह वक्तव्य माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने दिनांक 09 मई, 2022 को सुबह 10 बजे से रजत जयंती सभागार में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रदत्त ‘‘महिमा गुरु पीठ” के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।
शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी श्री मदन मोहन दास, संत, महिमा संप्रदाय, दुरुगपाली महासमुंद (छ.ग.) रहे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. अवधेश प्रधान, पूर्व आचार्य हिंदी विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी थे। मंचस्थ अतिथियों में विशिष्ट अतिथि श्री रजनीश सिंह माननीय विधायक बेलतरा विधानसभा, प्रो. देवेन्द्र नाथ सिंह प्रभारी ‘‘महिमा गुरु पीठ” एवं विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग, प्रो. मनीष श्रीवास्तव विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी विकास अनुभाग तथा विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार शामिल हुए।
कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन एवं मां सरस्वती व गुरु घासीदास बाबा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर हुआ। मंचस्थ अतिथियों का नन्हें पौधे से स्वागत किया गया। इस अवसर पर तरंग बैंड ने सरस्वती वंदना एवं कुलगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। स्वागत उद्बोधन डॉ. डी.एन. सिंह ने दिया। प्रो. मनीष श्रीवास्तव ने महिमा गुरु पीठ की स्थापना के उद्देश्यों एवं शोध के क्षेत्रों पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि स्वामी मदन मोहन दास ने कहा
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी मदन मोहन दास, संत, महिमा संप्रदाय, दुरुगपाली महासमुंद (छ.ग.) ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में महिमा गुरु पीठ की स्थापना पर शुभकामनाएं हेतु हुए कहा कि इसके माध्यम से विश्व शांति, अंहिसा एवं आध्यात्म की प्रेरणा देने वालो केन्द्र की रूप में यह पीठ स्थापित हो। महिमा गुरु ने तत्कालीन सामाजिक कुरीतियों के विरूद्ध लोगों को जागरुक करते हुए साहित्य और आध्यात्म का संकल्प सिद्ध किया।
विशिष्ट अतिथि श्री रजनीश सिंह माननीय विधायक बेलतरा विधानसभा ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में तीन विश्वविद्याल%