पृथ्वी दिवस पर जन चौपाल का आयोजन
कोरबा.पृथ्वी दिवस पर जन चौपाल का आयोजन गांधी चौक पर बरगद पेड़ के नीचे शासकीय हाई स्कूल स्याहीमुड़ी माध्यमिक शाला स्याहीमुड़ी एवं विज्ञान सभा कोरबा इकाई द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संस्था की प्राचार्य डॉ फरहाना अली ने जन चौपाल को संबोधित करते हुए बताया कि अर्थ डे 22 अप्रैल को हर साल मनाया जाता है। भारत समेत लगभग 195 से ज्यादा देश पृथ्वी दिवस मनाते हैं। पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य पृथ्वी ग्रह को बचाना एवं संरक्षित रखना है इस वर्ष पृथ्वी दिवस की थीम इन्वेस्ट इन अवर प्लेनेट है । उन्होंने कहा हर गुजरते साल के साथ जलवायु खराब होती जा रही है यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी प्रकृति को बचाएं और संरक्षित करने में मदद करें।जन चौपाल से पहले दोनों विद्यालयों के इको क्लब के विद्यार्थियों द्वारा रैली निकालकर पोस्टर चित्रों एवं स्लोगन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।
पृथ्वी ग्रह नष्ट होने के कगार पर
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा की संयुक्त सचिव एवं कमला नेहरू महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका निधि सिंह ने जन चौपाल में उपस्थित लोगों को बताया कि पृथ्वी एकमात्र ग्रह है जहां जीवन संभव है मनुष्य के क्रियाकलापों के द्वारा एवम रहन-सहन के लापरवाह नजरिया के कारण यह पृथ्वी ग्रह नष्ट होने के कगार पर है पेड़ पौधों के लगातार दोहन से तापमान बढ़ रहा है जिससे ग्लेशियर के पिघलने का खतरा है। समय रहते यदि हमने कारगर उपयोग ना किए तो यह पृथ्वी नष्ट हो जाएगी। पृथ्वी पर जीवन बचाए रखने के लिए पृथ्वी की प्राकृतिक संपत्ति को बनाए रखना बहुत जरूरी है।
पृथ्वी को संरक्षित रखने के उपाय बताए
व्याख्याता प्रभा साव ने विद्यार्थियों को छोटे-छोटे तरीकों से पृथ्वी को संरक्षित रखने के उपाय बताए। इको ईंट बनाकर,सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग कम करके ऊर्जा जल संरक्षण कर ये कार्य किया जा सकता है।पुष्पा बघेल ने कहा कि इस पृथ्वी के सभी जीव एक दूसरे के पूरक हैं।शाकाहारी मांसाहारी जानवर सभी अपना महत्व रखते हैं। अतः पृथ्वी को बचाना है तो पृथ्वी पर उपस्थित सभी पेड़ पौधों और जीव जंतुओं को बचाना होगा।
सभी छात्र छात्राओं ने शपथ ली
सभी छात्र छात्राओं ने शपथ ली कि वह घरों में जाकर इस विषय पर चर्चा करेंगे और पृथ्वी संरक्षण के लिए अपनी ओर से किए जाने वाले प्रयास%E