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स्मृ़ति शेष : रविवार को मनेगी दिग्गज शिक्षक नेता ओम प्रकाश शर्मा की पुण्यतिथि, जानिए उनके बारे में…

लखनऊ. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जनपदीय कार्यालय क्वीस इण्टर कालेज, लालबाग लखनऊ में 16 जनवरी को प्रात: 11 बजे शिक्षकों एवं कर्मचारियों के मसीहा  पूर्व MLC स्व. ओम प्रकाश शर्मा (OM Prakash sharma )की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्वांजलि सभा आयोजित की गई है।
संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ. आरके त्रिवेदी एवं जिला मंत्री महेश चन्द्र ने बताया कि श्रद्वांजलि सभा में प्रदेशीय मंत्री/प्रवक्ता एवं जिला संरक्षक डॉ आरपी मिश्र, प्रदेशीय मंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा, मण्डल अध्यक्ष तुलसी राम मिश्र, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुधा मिश्रा, अमीर अहमद, वीरेन्द्र राय, इन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, इनायत उल्ला खां, चन्द्र प्रकाश शुक्ल, डीपी श्रीवास्तव, अनुराग मिश्र, अनिल शर्मा, अरूण कुमार अवस्थी, डॉ पीके पन्त, जिला कोषाध्यक्ष विश्वजीत सिंह, आय-व्यय निरीक्षक मीता श्रीवास्तव आदि के प्रमुख रूप से उपस्थित रहेगें। यह जानकारी संगठन के जिला अध्यक्ष डॉ आरके त्रिवेदी- जिलाध्यक्ष और जिला मंत्री महेश चन्द्र ने दी है।
जानिए कैसे ओम प्रकाश शर्मा बने शिक्षकों के बीच लोकप्रिय शिक्षक
मेरठ-सहारनपुर शिक्षक कोटे से आठ बार ४८ साल तक शिक्षक विधायक रहे ओम प्रकाश शर्मा (OM Prakash sharma ) लगातार 50 सालों तक शिक्षकों के अधिकारों के लिए जंग लड़ी। पूर्व एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा (88) की रविवार को पहली पुण्यतिथि मनाई जाएगी। रविवार के ही दिन वे पंचतत्व में विलीन हो गए थे। उनकी शवयात्रा में देश-प्रदेश के शिक्षाविदों और राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं के अलावा हजारों लोग शामिल हुए।
बताते चलें कि मेरठ-सहारनपुर सीट से शिक्षक कोटे से आठ बार 48 सालों तक एमएलसी रहे ओम प्रकाश शर्मा का पिछले साल निधन हो गया था।
सबके प्रिय थे ओम प्रकाश शर्मा
अपने राजनीति जीवन में शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा (OM Prakash sharma )  ने सभी दलों के जनप्रतिनिधियों और नेताओं के साथ तालमेल बनाते हुए शिक्षक हितों की लड़ाई लड़ी और जीती।
शिक्षकों को दिया सम्मान से जीने का हक
ओम प्रकाश शर्मा (OM Prakash sharma ) के सानिध्य में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले लखनऊ के वरिष्ठ शिक्षक नेता व वर्तमान में संगठन के प्रदेशीय मंत्री डॉ.आरपी मिश्र ने शिक्षक हितों की लंबी लड़ाई लड़ी। कई बार डॉ.मिश्र द्वारा उठाए गए मुद्दों को उन्होंने विधान परिषद में उठाया और सरकार के लिए मुश्किलें पैदा की। डॉ.मिश्र ओम प्रकाश शर्मा के साथ बिताए समय को याद करते हुए बताते हैं कि उन्होंने एक अभिभावक के रूप में मार्गदर्शन किया। उनका कहना है कि शिक्षकों को सम्मान से जीने का हक सिर्फ ओम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में किए गए आंदोलनों के कारण ही मिला है।
ये रहीं उपलब्धियां
डॉ.आरपी मिश्र बताते हैं कि शिक्षक नेता ओम प्रकाश (Sr EX  MLC OM Prakash sharma ) के प्रयासों से ही खजाने से शिक्षकों का वेतन, पहले से लेकर सातवां वेतन आयोग, केंद्र के समान वेतन, मृतक आश्रित नियम और अन्य कई ऐसे लाभ शिक्षक उठा रहे हैं, जो पहले शिक्षकों के लिए नहीं थे।
यादगार है उनकी लखनऊ से बलिया तक की पदयात्रा
शिक्षक हितों के लिए उन्होंने ओम प्रकाश शर्मा के साथ लखनऊ से लेकर बलिया की जेल तक की यात्रा की। उनकी एक आवाज पर प्रदेश के हजारों शिक्षक एकत्रित होते थे। यही कारण है कि उनकी मांगों को शिक्षा विभाग के अधिकारी कभी न करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। सच में ओमप्रकाश शर्मा सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि प्रदेश के 28 लाख शिक्षकों की आवाज थे और आज माध्यमिक शिक्षक संघ उनके बताए मार्ग पर चलकर शिक्षक हितों की लड़ाई लड़ रहा है।

 

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