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CG News : University देश में नवाचार की मिसाल बनेगा- कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल


सीयू में नैक प्रत्यायन जागरुकता कार्यशाला आयोजित

बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में मिसाल बनेगा। यह वक्तव्य उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने दिया।

”रिवाइज्ड फ्रेमवर्क ऑफ नैक एक्रीडिटेशन: एन अवेयरनेस प्रोग्राम” विषय पर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन शुक्रवार को Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) रजत जयंती सभागार में ब्लेंडेड मोड (ऑनलाइन-फेसबुक लाइव तथा यूट्यूब लाइव एवं ऑफलाइन) में हुआ। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर मां सरस्वती की प्रतिमा एवं संत गुरू घासीदास के तैल चित्र पर पुष्पअर्पित किये गये। इस दौरान तरंग बैंड ने सरस्वती वंदना व कुलगीत की मोहक प्रस्तुति दी। तत्पश्चात नन्हें पौधे से मंचस्थ अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यशाला के संयोजक प्रो. ए.एस. रणदिवे निदेशक आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ ने स्वागत उद्बोदन एवं कार्यशाला के विषय का प्रवर्तन किया।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.)  के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि यह पहला अवसर है जब नैक के तीन प्रतिनिधि एक साथ एक संस्थान में अपने मार्गदर्शन दे रहे हैं। अल्प समय में इतनी बड़ी संख्या में ब्लेंडेड मोड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) में प्रतिभागियों का कार्यशाला में शामिल होना इसकी सफलता को प्रदर्शित करता है।

Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्र के लिए हमारे विश्वविद्यालय को नैक का सहयोग संगठन बनाये जाने के लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है जो केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है। नैक की ग्रेडिंग प्रारंभ होने से देश के उच्च शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता लगातार बढ़ रही है। संविधान दिवस के अवसर पर कुलपति के साथ सभागार में उपस्थित सभी ने संविधान उद्देशिका का पाठन किया।

कार्यशाला में बाह्य विशेषज्ञों के रूप में डॉ. रुचि त्रिपाठी सहायक सलाहकार नैक ओवरऑल अस्सिमेंट एंड एक्रीडेटेशन ऑफ नैक आईआईक्यूए विषय पर व्याख्यान दिया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा संस्थानों को मूल्यांकन एवं प्रत्यायन को अनिवार्य बनाया गया है। उनके द्वारा प्रत्यायन हेतु आवेदन एवं नैक की प्रक्रिया के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।

डॉ. लीना गेहने उप सलाहकार नैक बैंगलोर ने एसएसआर एवं डीवीवी विषय पर जानकारी प्रदान करते हुए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट बनाये जाने की प्रक्रिया के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए नैक पहली संस्था है जो शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के फीडबैक को संकलित करने के कार्य की पहल की है।

डॉ. नीलेश पांडे सहायक सलाहकार नैक एसएसआर एंड पीयर टीम विजिट एंड लॉजिस्टिक विषय के में बताया। Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.)  आईक्यूएसी के मुख्य सलाहकार प्रो. पी.के. बाजपेयी ने भी अपने विचार रखे। अतिथियों का स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन डॉ. सोनिया स्थापक, सहायक प्राध्यापक शिक्षा विभाग ने किया।

10 केन्द्रीय विश्वविद्यालय व राज्य विवि के प्रतिभागी रहे

केन्द्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों एवं संबंद्ध महाविद्यालयों में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) एवं एनआईआरएफ हेतु जागरुकता को बढ़ाने के दृष्टिकोण से आयोजित इस कार्यशाला में 10 केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों के साथ अनेक राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के प्रतिभागी शामिल हुए।

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