बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय कार्यशाला 26 नवंबर को होगी। Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) की आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा रजत जयंती सभागार में होने वाली इस कार्यशाला का विषय ”रिवाइज्ड फ्रेमवर्क ऑफ नैक एक्रीडिटेशन: एन अवेयरनेस प्रोग्राम है।
कार्यशाला के मुख्य संरक्षक Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल हैं। संरक्षक कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार, संयोजक प्रो. ए.एस. रणदिवे निदेशक आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ, आयोजन सचिव प्रो. एल.वी.के.एस. भास्कर समन्वयक नैक स्टेयरिंग कमेटी Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) एवं प्रो. मनीष श्रीवास्तव, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी विकास विभाग हैं।
कार्यशाला में बाह्य विशेषज्ञों के रूप में नैक बैंगलोर से डॉ. लीना गेहने उप सलाहकार नैक, डॉ. रुचि त्रिपाठी सहायक सलाहकार नैक एवं डॉ. नीलेश पांडे सहायक सलाहकार नैक शामिल होंगे। इस कार्यशाला में क्राइटेरिया कोऑर्डिनेटर, स्कूल कोऑर्डिनेटर, विभागाध्यक्ष, नैक से जुड़े शिक्षक एवं नोडल अधिकारी भी शामिल होंगे।
एक दिवसीय कार्यशाला के माध्यम से Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) की नैक ग्रेडिंग को बेहतर बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन है। इसमें बाह्य विषय विशेषज्ञों द्वारा नवीन अध्ययन-अध्यापन पद्धतियों पर प्रकाश डाला जाएगा। विशेषज्ञ बताएंगे कि विश्वविद्यालय एवं कॉलेज अपनी ग्रेडिंग कैसे सुधार सकते हैं। ग्रेडिंग बेहतर होने से विश्वविद्यालय में शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के बेहतर अवसर उपलब्ध होने के साथ-साथ छात्रों को प्लेसमेंट आदि में लाभ मिलता है।
इस कार्यशाला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ, राज्य विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय के प्रतिभागी शामिल हो सकते हैं।