लखनऊ। उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार संस्कृत विद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए कटिबद्ध है। इनमें परिवर्तन के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं । संस्कृत शिक्षकों के खाली पदों पर सेवानिवृत्त शिक्षकों की निश्चित मानदेय पर नियुक्ति का प्राविधान किया है। इसके साथ ही अभियान चलाकर पारदर्शी तरह से संस्कृत विद्यालयों में शिक्षको की नियुक्ति प्रक्रिया को लगभग पूरा किया है।
डॉ. शर्मा ने सीतापुर में प्रादेशिक संस्कृत शिक्षक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन विद्यालयों के शिक्षकों के लिए ग्रेच्युटी की सुविधा , मृतक आश्रित की नियुक्ति का प्राविधान किया गया है। यूपी की यह पहली सरकार है जिसने संस्कृत को प्रोत्साहन के लिए संस्कृत निदेशालय के गठन की घोषणा के साथ ही इसके लिए धनराशि भी जारी कर दी है। संस्कृत शिक्षा परिषद के नए भवन का निर्माण आरंभ हो चुका है। तदर्थ शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार चिन्तनशील है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में आधुनिकता को अपनाने के साथ ही देश की संस्कृति एवं परम्पराओं को सहेजना जरूरी है। अपनी संस्कृति को भूलना कष्टदायक है। समय के बदलाव के साथ व्यवस्थाएं भी बदली हैं। हमारी व्यवस्था में भारत की संस्कृति का निवास है। पहले जब गाँव के लोग जब शहर जाते थे तो शहरों का वातावरण भी बदल जाता था पर आज पाश्चात्य संस्कृत से प्रभावित शहरी संस्कारों का प्रभाव गंावों पर होने लगा है। गांव की परम्पराएं टूट रही है।
उपमुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि ऋषि मुनियों की पावन भूमि नैमिष का संदेश पूरी दुनिया में जाता है, इस लिए यहां का संदेश जाति सम्प्रदाय ऊपर उठकर होना चाहिए। प्रदेश का नेतृत्व आज एक संत के हाथ में है जिसने कोरोना काल में पिता को खोने के समय में भी जनता की सेवा के धर्म का पालन करना जारी रखा था। संत का एक ही धर्म होता है मानव का कल्याण और यह एक विचार है जिसमें जनता की सहभागिता भी जरूरी है।
कामकाज की समीक्षा भी की
उन्होंने जिलाधिकारी , पुलिस अधीक्षक , जनप्रतिनिधियों क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल एवं लखनऊ मंडल के जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक की एवं भविष्य की व्यवस्थाओं के सम्बध में निर्देश दिए। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष अजय मल्होत्रा कार्यक्रम संयोजक नेमीशरण तिवारी विधायक उमेश द्विवेदी, राकेश राही, शशांक त्रिवेदी, ज्ञान प्रकाश तिवारी , रामकृष्ण भार्गव, महेंद्र सिंह यादव आदि मौजूद थे