लखनऊ. पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर अटेवा की लखनऊ में आज रविवार को बड़ी रैली आयोजित की जा रही है। इस रैली में प्रदेश के विभिन्न राज्यों के बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। इसमें अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु तथा प्रदेश महामंत्री नीरज पति त्रिपाठी के अलावा कई राष्ट्रीय नेता भी पहुंचे हुए हैं। रैली स्थल पर इर्द-गिर्द बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
21 नवंबर 2021 को लखनऊ के इको गार्डन में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी विभागों के कर्मचारी एकजुट होकर के अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैँ। इनका कहना है कि सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमारे बीच बुढ़ापे की लाठी को आपने छीन लिया है उसे सा सम्मान बहाल किया जाए। अटेवा के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकारी कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद दिया जाने वाला लंबित वेतन पेंशन है। जब किसी कर्मचारी का वेतन निर्धारण किया जाता है उसके वेतन का कुछ भाग उसे सेवानिवृत्ति के बाद देने के लिए सरकार अपने पास रोक लेती है । इसी को लंबित वेतन कहा जाता है और इसी लंबित वेतन से सेवानिवृत्ति के उपरांत कर्मचारी को पेंशन दी जाती है। पुरानी पेंशन की यही व्यवस्था सदियों से चली आ रही थी।
लेकिन अब नई पेंशन स्कीम लागू कर दी है। इसका सभी कर्मचारी संगठन विरोध कर रहे हंै। अटेवा ने पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर अब चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चला रहा है। इसके तहत व्यापक जनसंपर्क, जागरुकता कार्यक्रम आदि किए जा रहे हैं। विधायकों-सांसदों व राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को मांग से संबंधित ज्ञापन भी सौंपे जा चुके हैं लेकिन अब तक न्याय नहीं मिला है। यह रैली शाम तक चलेगी और सभी पदाधिकारी इसे संबोधित करेंगे। रैली में जुट रही भीड़ को देखते हुए पदाधिकारियों का कहना है कि यह ऐतिहासिक रैली होगी और सरकार को पुरानी पेंशन हर हाल में बहाल ही करनी पड़ेगी।
अटेवा की रैली को देखते हुए इको गार्डन सहित आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पीएम मोदी के राजधानी लखनऊ में होने के कारण पुलिस प्रशासन बेहद सख्त है और कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार का समझौता करने के मूड में नहीं है।