झांसी. बुंदेले हर बोले के मुंह हमने सुनी कहानी थी..खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी…ऐसी ओजपूर्ण कविता के बीच उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज ( U.P.Rajarshi Tandon Open University, Prayagraj) के क्षेत्रीय केंद्र झांसी में आज (19 नवंबर 2021) को महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बड़ी धूमधाम से उनका जन्म दिवस मनाया गया । कार्यक्रम में क्षेत्रीय समन्वयक डॉ रेखा त्रिपाठी और कर्मचारी गण आदि लोग मौजूद थे।
इस अवसर पर डॉक्टर त्रिपाठी ( Dr Rekha Tripathi ) ने अपने उद्बबोधन में कहा कि मात्र 23 साल की उम्र और हौसले ऐसे की चट्टान भी हिल जाए। बड़े-बड़े हिम्मत नहीं कर पाते थे अंग्रेजों के सामने खड़े होने का वहां मरदानी झांसी की रानी ने लोहा लिया और विश्व को दिखा दिया कि नाजुक हाथ और कलाइयां जब अपने पर आते हैं तो क्या होता है ? रास्ता सही हो तो लड़ाइयां मंजिलें आसान हो जाती हैं जहां आज 23 साल की लड़कियां अपने आप को संभाल नहीं पा रही हैं वहीं मनु छबीली ने अपने राज्य को संभाल कर उसके लिए स्वाभिमान के साथ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
क्षेत्रीय केंद्र झांसी पर इस उपलक्ष्य पर छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे जिसने रानी लक्ष्मी बाई पर लिखी कविता भी सुनाई है चमक उठी सन सत्तावन में वह तलवार पुरानी थी। बुंदेले हर बोले के मुंह हमने सुनी कहानी थी….।