Breaking News

Aaj Ka Jeevan Mantra 18 july | campussamachar.com| सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया । सर्वे भद्राणि पश्यन्तु: मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ।।

  • आज की तिथि

आषाढ़ – चौथा माह (04)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01)
तिथि – द्वादशी ( 12 वीं )
वार/दिन- गुरुवार ( 05 वां वार/दिन )

आज तिथि ५१२६ /०४-०१-१२ /०५ युगाब्द ५१२६ / आषाढ़ शुक्ल द्वादशी, गुरुवार ” वामन पूजन /विष्णुशयनोत्सव ” शुभ व मंगलमय हो….
●▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬●

अंको में आज की तिथि

♡  ∩_∩
(„• ֊ •„)♡
┏━∪∪━━━━┓
♡🔆 5126/04/01/12/05♡
┗━━━━━━━┛

युगाब्द (कलियुग) – 5126
आषाढ़ – चौथा माह (04)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01)
तिथि – द्वादशी ( 12 वीं )
वार/दिन- गुरुवार ( 05 वां वार/दिन )

✶⊶⊶⊷❍★ ❀ ★❍⊶⊷⊷✶

༺꧁ 5️⃣1️⃣2️⃣6️⃣ 🌞 0️⃣4️⃣🌝 0️⃣1️⃣ 🌝 1️⃣2️⃣ 🌞 0️⃣5️⃣ ꧂༻
🚩
┈┉┅❀༺꧁ Զเधॆ Զเधॆ꧂༻❀┅┉┈

सर्वे भवन्तु सुखिनः,
सर्वे सन्तु निरामया ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु:
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ।।

विश्व मे भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ सर्वाधिक धर्म/मत/पूजा पद्धति के मानने वाले लोग रहते है ।

दूसरे देशों की तुलना में धार्मिक आधार पर सबसे कम लड़ाई-झगड़े यहीं पर होते हैं ।

अधिकांश देशों में धार्मिक अल्पसंख्यको के साथ अन्याय/उत्पीड़न सर्वविदित है ।

परन्तु हमारे देश मे, बहुसंख्यक हिंदुओं की वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा, सर्वधर्म समभाव की सोच, मानसिकता और संस्कार ही अल्पसंख्यको को सर्वाधिक सुख एवम सुरक्षा का अहसास कराते हैं ।

हम प्रार्थना करते हैं कि विश्व के सभी लोग सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े।

यह सब तभी तक संभव है, जब तक कि देश मे हिंदुत्व प्रबल है।

स्वयं के परिवार व संपूर्ण मानव जाति के कल्याणार्थ हिंदुत्व जागरण यज्ञ में अपनी आहुति अवश्य देवें।

आज तिथि ५१२६ /०४-०१-१२ /०५ युगाब्द ५१२६ / आषाढ़ शुक्ल द्वादशी, गुरुवार ” वामन पूजन /विष्णुशयनोत्सव ” की पावन मंगल बेला में, समस्त मानव के निरोगी एवम कल्याण की प्रार्थना के साथ, नित्य की भाँति, आपको मेरा “राम-राम”।

प्रस्तुति – ललित अग्रवाल 

Spread your story

Check Also

NMOPS News : नववर्ष की बधाई देते हुए NMOPS ने की PM मोदी से पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण समाप्त करने की मांग-विजय कुमार बन्धु

NMOPS News : नववर्ष की बधाई देते हुए NMOPS ने की PM मोदी से पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण समाप्त करने की मांग-विजय कुमार बन्धु

Design & developed by Orbish Infotech