लखनऊ। कोई व्यक्ति इतनी परेशानी में होता है कि न तो उसका दिमाग काम करता है , और ना घर वालों का और ना यह मंजर देख रहे हैं आसपास वालों का ।
तब भी अगर आपके दिमाग में एक छवि आए वह भी विश्वास के साथ कि काम हो जाएगा। प्रभु इतनी कृपा बनाए रखें कि सदैव आप सभी लोगों के विश्वास पर खरे उतरते रहें। हम अपने सेवा भाव से समाज के प्रति अपने फर्ज से बस और क्या चाहिए जीवन में।
नाम मुकुल चौहान (बदला हुआ नाम ) घर की या पेड़ों की सेफ्टी के लिए जो नुकीले लोहे के तार होते हैं वह कभी-कभी बहुत घातक हो जाते हैं, ऐसा ही हुआ इस केस में गाड़ी से एक्सीडेंट की वजह से उस लोहे के तार में मुकुल घर चले गए और पूरा पेट फट गया था इनका लोहे के तार में फंस कर। देखने वालों को लग रहा था कि शायद अब यह बच नहीं पाएंगे परंतु प्रभु की इतनी कृपा रही और घरवालों की दुआओं में इतनी ताकत रही कि मुकुल के एक्सीडेंट की दूसरे दिन इनका ऑपरेशन हुआ और प्रभु की कृपा से आज पहले से वह बहुत बेहतर हंै। बाराबंकी से भी काफी आगे एक्सीडेंट हुआ था और एंबुलेंस बाराबंकी की सीमा पार करने को तैयार नहीं थी लगभग रात के 12.30 बज चुके थे।
ज्ञान तिवारी जी ने पूरे विश्वास के साथ मुझे कॉल किया और एंबुलेंस के लिए पूछा हमारी एंबुलेंस कानपुर से वापस आ रही थी , रास्ते में थी अपने ड्राइवर को इमरजेंसी केस बता कर उसे जल्द से जल्द बुलाया गया और तीमारदारों को लखनऊ से बाराबंकी भेजा गया था कि वह लोग इन्हें लाकर बलरामपुर अस्पताल में एडमिट करवा दें। प्रभु की कृपा और आप सभी लोगों का विश्वास यूं ही बना रहे ऐसी प्रार्थना है। मुकुल के अच्छे स्वास्थ्य के लिए हम प्रभु से प्रार्थना करते हैं।
( वर्षा वर्मा ने जैसा सोशल मीडिया से साझा किया।)