लखनऊ. अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अटेवा लगातार पुरानी पेंशन की बहाली और निजीकरण के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष कर रहा है। 2 अक्टूबर को ग़ांधी जयंती के अवसर पर अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के अनुरोध पर बुलाई गई बैठक में प्रदेश भर से शिक्षक, कर्मचारी व इंजीनियर संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक में 22 अक्टूबर को निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा पूरे प्रदेश में निकाल कर ज्ञापन देकर सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने और निजीकरण समाप्त करने की मांग की जाएगी और सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो 21 नवंबर को लखनऊ में विशाल पेंशन शंखनाद रैली की जाएगी।
अटेवा ने पदयात्रा और पेंशन शंखनाद रैली के लिये प्रदेश के सभी कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षक संगठनों से सम्मिलित होने हेतु समर्थन मांगा था जिसके क्रम में अटेवा को समर्थन पत्रों का सिलसिला लगातार जारी है। सभी संगठनों ने एक सुर में कहा कि हम अटेवा की इस मुहिम में साथ हैं। प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बताया कि अटेवा द्वारा कार्यक्रम दिये जाने से सभी शिक्षक, कर्मचारी सरकार से आर-पार की लड़ाई लडऩे के लिये तैयार हैं।
इन्होंने दिया समर्थन
प्रदेश महामंत्री डॉ.नीरज पति त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान सरकार लगातार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जिससे शिक्षकों व कर्मचारियों के हितों पर लगातार कुठाराघात हो रहा है। अटेवा को लोक निर्माण विभाग संयुक्त कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन उ0प्र0 के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह यादव व महामंत्री रामराज दुबे, पी0डब्ल्यू0 डी0 नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी के महामंत्री शैलेन्द्र कुमार शुक्ला, उ0प्र0 लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राममूरत यादव व महामंत्री ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, राजकीय नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0अमित सिंह व प्रधान महासचिव अशोक कुमार, यू0पी0वाणिज्यकर मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन उ0प्र0 के अध्यक्ष कमलदीप यादव व महामंत्री, जयप्रकाश मौर्य ने समर्थनपत्र देकर सभी कर्मचारियों से पदयात्रा और रैली में भाग लेने का आह्वान किया है। लगातार समर्थन पत्र आ रहे हैं।