लखनऊ. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से एक बड़ा सवाल पूछा है। सवाल यह है कि जब जिला विद्यालय निरीक्षक ने पूरी रिपोर्ट व आख्या के साथ क्रिश्चियन व सेंटीनियल इंटर कालेज के प्रबंधन का प्रकरण कई दिन पहले दिया था तो अब तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई ? निदेशक को इस सवाल का जवाब नहीं मिल रहा है।
शिक्षक संघ ने निदेशक लखनऊ क्रिश्चियन इण्टर कालेज एवं सेन्टीनिययल इण्टर कालेज के शिक्षकों एवं कर्मचारियों का चार माह से लम्बित वेतन का भुगतान विभाग द्वारा मान्य प्रबन्धक डा. आरआर लायल के हस्ताक्षरों से कराए जाने की मांग की है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री/प्रवक्ता एवं जिला संरक्षक डा. आरपी मिश्र, जिलाध्यक्ष डा. आरके त्रिवेदी, प्रदेशीय मंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष महेश चन्द्र एवं आय-व्यय निरीक्षक विश्वजीत सिंह ने इस बाबत से अपनी मांग रखी है।
संगठन के प्रदेशीय मंत्री एवं जिला संरक्षक डॉ. आरपी मिश्र एवं जिलाध्यक्ष डा. आरके त्रिवेदी ने बताया कि डिप्टी रजिस्ट्रार विनय कुमार श्रीवास्तव और शिक्षा माफियाओं की सांठ-गांठ से फर्जी अभिलेखों के आधार पर प्रबन्धक बनी लालबाग गल्र्स इण्टर कालेज की प्रधानाचार्या अणिमा रिसाल सिंह ने दिनांक 01 जुलाई, 2021 को जिला विद्यालय निरीक्षक से प्रबन्धक के रूप में उनके हस्ताक्षर प्रमाणित किए जाने की लिखित मांग की थी। जिसे तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने अविधिक एवं अनियमित होने के कारण मान्य नहीं किया।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने सम्पूर्ण प्रकरण की जांच की तथा लगभग 150 पृष्ठों के प्रमाणों सहित अपनी आख्या दि0 09 सितम्बर एवं 14 सितम्बर, 2021 को शिक्षा निदेशक माध्यमिक को मार्ग दर्शन के लिए भेजा किन्तु शिक्षा निदेशक द्वारा आज तक कोई निर्देश नही दिए गए जिससे शिक्षकों एवं कर्मचारियां का चार माह से वेतन भुगतान लम्बित है। शिक्षक नेताओं ने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षा निदेशक को भेजी गई 27 बिन्दुओं की आख्या के साथ 150 पृष्ठ अपने कथन के साक्ष्य के रूप में लगाए गए है जिनमें अन्य के साथ यह भी स्पष्ट किया गया है कि माध्यमिक शिक्षा अधिनियम के अध्याय 3 विनियम 16 छ के (5) अनुसार किसी विद्यालय का प्रधानाचार्य मान्यता प्राप्त विद्यालय का प्रबन्धक नहीं बना सकता है।
स्पष्ट किया गया है कि अणिमा रिसाल सिंह के प्रबन्धक के रूप में हस्ताक्षर प्रामणित किया जाना उपयुक्त नही होगा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि अणिमा रिसाल सिंह द्वारा विभाग पर न तो कोई न्यायालय में वाद दाखिल किया गया हैं और न ही विभाग के लिए कोई मा0 न्यायालय का आदेश है।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि जब जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा अणिमा रिसाल सिंह को प्रबन्धक मान्य नहीं किया गया है तो ऐसी दशा में विभाग द्वारा पूर्व से मान्य प्रबन्धक डा0 आर0आर0 लायल के हस्ताक्षरों से ही लखनऊ क्रिश्चियन इण्टर कालेज एवं सेन्टीनियल इण्टर कालेज के शिक्षकों का वेतन भुगतान सुनिश्चित करायें जिससें दशहरा त्योहार की भाति दीपावली भी बिना का त्यौहार वेतन के न गुजरे।