लखनऊ. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग उत्तर प्रदेश के पूर्व सदस्य व समाजवादी नेता अनिल यादव ने भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अम्बेडकर के दीक्षा दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। उन्होंने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की फोटो पर माल्यार्पण कर द्वीप प्रज्ज्वलित किया और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के द्वारा दिखाये गये मार्गों व बनाये गये संविधान को लेकर चर्चा किया।
गौरतलब है कि 14 अक्टूबर को अम्बेडकर दीक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसी दिन डॉ. भीमराव अम्बेकर ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। लोगों से चर्चा करते हुये अनिल यादव ने कहा कि और संविधान आज संविधान खतरे में है और सत्ताधारी पार्टी इस समय संविधान को कुचलने का काम कर रही हैं। अगर समय रहते इसका सही उपाय नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में संविधान व संविधान की किताब दूसरी होगी अंबेडकर के बनाए गए इस संविधान से इनको इतनी तकलीफ क्यों है ? ऊंच-नीच भेद भाव को मुंह दिखाने वाले संविधान से ही देश व समाज का कल्याण संभव है। अगर भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया गया तो संविधान ही नहीं देश की शिक्षा व्यवस्था, देश की चिकित्सा व्यवस्था, देश की यातायात व्यवस्था, देश नौकरी रोजगार व्यवस्था, व्यवसाय व्यवस्था जैसी व्यवस्थाएं सब व्यक्तिगत हाथों में बिक जाएंगी।
ये रहे प्रमुख वक्ता
इस कार्यक्रम में चौधरी शिवराम निषाद, सुनील गौतम, हरिकिशन वाल्मीकि, अजय वाल्मिकी, अशिनाश गुप्ता, नागेन्द्र कश्यप, वीरु गौतम, कदीम सलमानी, सिकन्दर यादव, लवकुश मिश्रा आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।