बाराबंकी , 20 मार्च campussamachar.com । बाराबंकी जिले के ग्राम पीठापुर ख्वार बाराबंकी में चल रहे विष्णु महायज्ञ में कथा के दौरान 20 मार्च 2024 को नैमिष धाम से पधारे कथा व्यास अभिषेक मिश्रा जी ने कहा मानव जीवन की सार्थकता भगवान का भजन करने में है संसार में दो प्रकार के आनंद हैं एक विषय आनंद एक ब्रह्मानंद विषय का आनंद ।
आपको हर शरीर में प्राप्त होगा ब्रह्मानंद केवल मनुष्य शरीर से प्राप्त होता है। इसीलिए गोस्वामी जी ने लिखा है साधन धाम मोक्ष कर द्वारा पाई न जेहि परलोक संवारा मनुष्य का जीवन पाकर जो मनुष्य भगवान का भजन कीर्तन सत्संग नहीं करता वह पशु के समान है। कथा सुनने के लिए आसपास क्षेत्र के बड़ी संख्या में ब भक्त व श्रद्धालु जन पहुंचे हुए थे।
- वैदिक विद्वानों द्वारा यज्ञ में पूजन कराया गया
गत दिवस 19 मार्च 2024 को यज्ञ के पांचवे दिन वैदिक विद्वानों द्वारा यज्ञ में पूजन कराया गया और अयोध्या की पवन धरती से पधारे आचार्य कथाव्यास अनुज तिवारी जी ने बहुत ही मनोरम कथा सुनाई व्यास जी ने शिव पुराण से कथा कहना प्रारंभ किया कहा कर्म प्रधान विश्व रचि राखा,जो जस करई तो तसफल चाखा,जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है उसको वैसा ही फल प्राप्त होता है अगर हम बाबूल का पेड़ लगाते हैं तो हमें कांटे के सिवा कुछ प्राप्त होने वाला नहीं।
इसलिए अगर हम आम का पेड़ लगाते हैं तो हमको मीठा फल प्राप्त होता है ब्राह्मण पिछले जन्म में जो कर्म किए उसका फल उनको भोगना पड़ा अपने हाथ को गवना पड़ा ब्राह्मण को बहुत पश्चाताप हुआ कि ऐसा कर्म हमने किया जिसके कारण मेरी एक भुजा कटी इसीलिए कम जैसा करते हैं मनुष्य वैसा ही फल को प्राप्त होता है । कथा में बहुत सारे श्रद्धालु और आचार्य मनीष दुबे ,मधुसूदन मिश्रा आचार्य आशीष शुक्ला आदि आचार्य गण मौजूद रहे।