लखनऊ, 15 नवंबर। campussamachar.com, केंद्र सरकार की श्रम नीतियों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रम संगठनों औद्योगिक फेडरेशनों/ संगठन के तत्वधान आह्वान पर 26, 27 और 28 नवंबर 2023 को तीन दिवसीय महापड़ाव लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है। यह महापड़ाव लखनऊ के इको गार्डन में होगा ।
#modi sarkar : संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के साथ केंद्रीय श्रम संगठनों इंटक, एटक, एचएमएस , सीटू, AIUTUC, AICCTU, TUCC , सेवा और औद्योगिक सेवा प्रतिष्ठानों के स्वतंत्र फेडरेशन / संगठन इस महा पड़ाव का आयोजन कर रहे हैं। CITU के प्रांतीय महामंत्री प्रेमनाथ राय ने बताया तीन दिवसीय महापड़ाव को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की श्रम नीतियों की कमियों को आम लोगों और श्रमिकों ओर किसानों तक पहुंचा जा रहा है। कामरेड राय ने आगे बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी, मजदूर विरोधी, जन विरोधी नीतियों से पूरा देश त्रस्त है।
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इन नीतियों के कारण एक तरफ किसान बढ़ती लागत व घटती आय के कारण कर्ज और आत्महत्या के शिकार हो रहे हैं , वहीं दूसरी तरफ मजदूर बेरोजगारी , छटनी, महंगाई और शोषण का शिकार हो रहे हैं। MSP की कानूनी गारंटी और किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के साथ मोदी सरकार सत्ता में आई लेकिन उसने किसानों के साथ विश्वास घात किया है । कोविड महामारी के दौरान पूंजी पतियों से हाथ मिलाकर तीन काले कानून लाकर किसानों के अधिकार छीनने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाये ।