- इस व्याखान के मुख्य वक्ता प्रो. राजेश मिश्रा ने बताया की समाज में संघर्ष चारो तरफ व्याप्त है। इन्होने संघर्ष की चर्चा में ज्ञानमीमांसा के संदर्भ, बौद्धिक संदर्भ तथा अनुभवात्मक संदर्भ की बात की।
- यह दो दिवसीय व्याख्यानमाला खुनखुन जी पी जी कॉलेज की प्रचार्या प्रो अंशु केडिया के निर्देशन में संपन्न हुई।
लखनऊ, 29 अक्तूबर । campussamachar.com, सोशियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ सोशियोलॉजिकल सोसाइटी एव खुन खुन जी गर्ल्स पी. जी. कॉलेज समाजशास्त्र विभाग (khun khun ji girls degree college lucknow ) के संयुक्त तत्वाधान में एक दो दिवसीय व्याख्यान श्रंखला का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान श्रंखला “रिविजिटिंग कांसेप्ट एंड थ्योरीज ऑफ कॉन्फ्लिक्ट इन कॉन्फ्लिक्ट – राइडन टाइम्स” विषय पर 28 और 29 अक्तूबर 2023 को वर्चुअल माध्यम से संपन्न हुई। इस व्याखान के मुख्य वक्ता प्रो. राजेश मिश्रा ने बताया की समाज में संघर्ष चारो तरफ व्याप्त है। इन्होने संघर्ष की चर्चा में ज्ञानमीमांसा के संदर्भ, बौद्धिक संदर्भ तथा अनुभवात्मक संदर्भ की बात की। इन्होनें संघर्ष के अनुभवात्मक संदर्भ की चर्चा करते हुये सामजिक, आर्थिक राजनैतिक, सांस्कृतिक संदर्भ में विस्तार से चर्चा की।
lucknow universty news : प्रो राजेश मिश्रा ने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे संघर्षों को विभिन्न संघर्ष सिद्धांतों के परिप्रेक्ष्य में समझाने की कोशिश की। व्याख्यान श्रंखला के द्वितीय दिन प्रो. राजेश मिश्रा द्वारा संघर्ष सिद्धांतो के पुनरावलोकन पर चर्चा की।उन्होंने संघर्ष को सर्वव्यापी बताया जो, व्यक्तियों, समाजो और राष्ट्रों के मध्य देखा जा सकता है ।अगर हम संघर्ष के विभिन्न प्रकारों का पता लगा सके तो हमें वर्तमान समाज को समझने में मदद मिल सकती है।उन्होंने संघर्ष में सिद्धांतकारों का उल्लेख करते हुए कहा की संघर्ष के परिणाम हमेशा नकारात्मक नही होते है, बल्कि कई बार संघर्ष समाज में संतुलन लाते है, और उसे एकीकृत करने में भी मदद करते है।
lucknow universty latest news :हर संघर्ष के मूल में दमन शामिल है। दमन एक प्रकार से संघर्ष को जन्म देने वाला मूल कारण है। वर्तमान में विभिन्न भाषाई, धार्मिक एवम विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर होने वाले संघर्षों को भी इस आधार पर समझा जा सकता है। यह दो दिवसीय व्याख्यान माला खुनखुन जी पी जी कॉलेज की प्रचार्या प्रो अंशु केडिया ( professor Anshu Kedia Principal Khun khun ji girls degree college, chowk, lucknow ) के निर्देशन में संपन्न हुई। जिसमें प्रो ज्योत्सना पांडेय, डॉ सुप्रिया सिंह, डा स्नेहलता, रुचि यादव सहित देश के अलग अलग क्षेत्रों से समाजशास्त्री जुड़े।