- टीकाराम सारथी द्वारा विगत 30 वर्षों से शिक्षा, कला एवं साहित्य के क्षेत्र में जिले के सुदूर अंचल तक अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं
- इस अवसर पर अतिथियों द्वारा शिकसा की पत्रिका “चिन्हारी” छत्तीसगढ के दर्शनीय स्थल व काव्य संग्रह “मन मिथि” कवि राजीव लोचन कश्यप के पुस्तक का विमोचन किया गया।
सक्ती/जांजगीर, 16 जून। campussamachar.com, शिक्षक कला व साहित्य अकादमी (शिकसा) छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में 13 जून 2023 को एस.डी.पैलेस जांजगीर में आयोजित राज्य स्तरीय वार्षिक स्नेह सम्मेलन व सम्मान समारोह में शिक्षा, कलाजगत और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए टीकाराम सारथी राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक, लोक कलाकार, समाजसेवी व प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चुरतेली डभरा को आमंत्रित अतिथियों के द्वारा शिकसा चिन्हारी एवं शिकसा दानवीर सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया ।
#शिकसा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि चंद्रदेव राय संसदीय सचिव छ.ग.शासन, अध्यक्षता-राजेश्री महन्त डॉ. रामसुंदर दास जी अध्यक्ष गौ सेवा आयोग छ.ग शासन, अति विशिष्ट अतिथि रामकुमार पटेल अध्यक्ष राज्य शाकंभरी बोर्ड छ.ग. शासन, विशिष्ट अतिथि- रत्नावली कौशल सदस्य अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छ.ग.शासन, रवि पांडेय प्रदेश सचिव छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी, महन्त कुमार शर्मा “हरि भक्त” महासचिव सृजन साहित्य समिति कोरबा व कुसुम प्रजापति समाजसेवी की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ ।
chhattisgarh news : इस सम्मान समारोह का आयोजन डाॅ.शिवनारायण देवांगन “आस” संस्थापक व संयोजक सदस्य शिकसा के संयोजन में आयोजित हुआ । इस अवसर पर अतिथियों द्वारा शिकसा की पत्रिका “चिन्हारी” छत्तीसगढ के दर्शनीय स्थल व काव्य संग्रह “मन मिथि” कवि राजीव लोचन कश्यप के पुस्तक का विमोचन किया गया।
cg news in hindi : ज्ञात हो कि टीकाराम सारथी द्वारा विगत 30 वर्षों से शिक्षा, कला एवं साहित्य के क्षेत्र में जिले के सुदुर अंचल तक अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं । साथ ही महिला सशक्तिकरण, गरीबी उन्मूलन, स्वरोजगार, कौशल विकास, मतदाता जागरूकता, शराब बंदी, नशा उन्मूलन, साक्षरता मिशन, स्कूल में जीरो ड्राप आउट चिल्ड्रन रेशियो, पर्यावरण संरक्षण, जल बचाव अभियान, वृक्षारोपण, महामारी नियंत्रण, कोरोना एपिडेमिक के दौरान अपने जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद, विलुप्त होती वाद्ययंत्र पखावज का संवर्धन इत्यादि अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक, जागरूकता गतिविधियों में महत्वपूर्ण व अतुलनीय योगदान दिया जा रहा है । उनके इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर शिक्षा एवं साहित्य जगत के विद्ववानों प्रो.बी.के.पटेल, डॉ.शिवदयाल पटेल, डॉ.प्यारेलाल आदिले, प्रो.अजय कुमार पटेल इत्यादि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।