- प्रांत अध्यक्ष सी के महिलांगे ने कहा कि शिक्षक इस भीषण गर्मी में भी सरकारी निर्देश का पालन करते हुए गांव गांव जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं, इसलिय शिक्षकों के सम्मान पर किसी प्रकार की कोई आंच नहीं आनी चाहिए।
बिलासपुर, 22 अप्रैल। campussamachar.com, राज्य में चल रहे सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण पूरा करने में चंद दिन शेष है, जबकि इस काम में लगाए गए शिक्षकों को इसी अवधि में विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के साथ ही साथ इनका रिजल्ट भी घोषित करना है। इसलिए वर्तमान में शिक्षकों पर दोहरा दबाव है।
bilaspur education news : आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण में लगे शिक्षकों की हालत यह है कि वे दिन भर परिवारों में जाकर जानकारी ले रहे हैं लेकिन पारिवारिक स्तर पर उन्हें अपेक्षित समय में न तो परिवार की जानकारी मिल पा रही है और नहीं लोग उनसे व्यवहार सही कर रहे हैं । इन हालातों पर छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ के प्रांत अध्यक्ष सी के महिलांगे ने कहा हाल ही में एक जिले में शिक्षकों के साथ एक परिवार के सदस्यों ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें अपमानित भी किया।
bilaspur teachers news : प्रांत अध्यक्ष सी के महिलांगे ने कहा कि आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण सरकार की ओर से महत्वपूर्ण एवं जरूरी कार्य है और शिक्षक सरकार के निर्देशों के अनुरूप की अपनी ड्यूटी करते हुए गांव – गांव जाकर सर्वेक्षण से संबंधित जानकारियां एकत्र कर रहें हैं। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी है शिक्षकों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करें बल्कि उनके मान सम्मान को भी बरकरार रखा जाए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखने में आया है कि सर्वेक्षण में लगे शिक्षकों को सही जानकारी कई परिवार बचने की कोशिश करते हैं, ऐसे में आधी अधूरी जानकारी से सही आकलन नहीं हो पाएगा।
bilaspur news : प्रांताध्यक्ष महिलांगे ने कहा कि यह बात परिवारों को भी समझने चाहिए और सर्वेक्षण करने कराने की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रशासनिक अधिकारियों को भी ध्यान रखना चाहिए। अपमानजनक घटनाओं की छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ न केवल निंदा करता है बल्कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करता है । शिक्षक इस भीषण गर्मी में भी सरकारी निर्देश का पालन करते हुए गांव गांव जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं, इसलिय शिक्षकों के सम्मान पर किसी प्रकार की कोई आंच नहीं आनी चाहिए।