सागर. बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (BMC SAGAR ) के डिपार्टमेंट ऑफ ऐनेस्थिसिया, क्रिटियल केयर एण्ड पैन मेडिसिन द्वारा नई पहल शुरू की गई। जिससे अब हर्निया, हाइड्रोसील, हड्डी एवं नेत्र रोग के ऑपरेशन इत्यादि के मरीज 12 घन्टे में ऑपरेशन कराकर घर वापिस जा सकेंगे। संभागायुक्त मुकेश शुक्ला ने बीएमसी में गुरूवार को डे-केयर ऐनेस्थिसिया सेन्टर का शुभारंभ किया। उन्होंने ऐनेस्थिसिया विभाग की टीम और बीएमसी को नई पहल के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे और अधिक मरीजों को लाभ होगा। उन्होंने विभाग के चिकित्सकों को निर्देश दिए कि जिन मरीजों को ऑपरेशन के बाद छुट्टी दी जाएगी। उनके स्वास्थ्य की आगामी कुछ दिनों तक निगरानी की व्यवस्था करें। जिससे कि यदि कहीं कोई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो तो उनको उपचार किया जा सके। ऐसे मरीजों का डाटा भी कलेक्ट करें। उन्होंने बीएमसी का भ्रमण किया और मरीजों से चर्चा की।
इस अवसर पर बीएमसी डीन डॉ आर.एस. वर्मा, अधीक्शक डॉ एस.के. पिप्पल, नोडल अधिकारी डॉ सत्येन्द्र उइके, डॉ एस.एम. सिरोठिया, डॉ अरूण दवे एवं आईएमए अध्यक्श डॉ एस.एस. खन्ना मौजूद थे।
विभागाध्यक्श प्रोफेसर डॉ.सर्वेश जैन ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के किसी भी मेडीकल कॉलेज में ऐसा सेन्टर स्थापित नहीं है। सागर में किसी भी प्रायवेट अस्पताल में भी ऐसा विकल्प नहीं। अब हर्निया , हाइड्रोसील , हड्डी एवं नेत्र रोग के ऑपरेशन इत्यादि के मरीजों को 12 घण्टे के अन्दर छुट्टी दी जा सकती है । डे-केयर ऐनेस्थीसिया सेन्टर खुलने के बाद बी.एम.सी में मरीज को सुबह 6 बजे भर्ती कर शाम को 6 बजे छुट्टी कर दी जाएगी। केवल 1 दिन में मरीज हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि शुरू में यह सुविधा केवल सागर एवं मकरोनिया लोकल के मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगी। जिससे कोई परेशानी होने पर मरीज शीघ्र अस्पताल वापस आ सके । नेशनल मेडीकल कोंसिल की अनुसंशा के अनुरूप केवल उन्हीं मरीजों की छुट्टी की जाएगी, जिनके साथ जिम्मेदार परिजन घर में निवास करता है। मरीज का डायबिटीज व बी.पी. कंट्रोल में रहता है। डॉ.सर्वेश जैन ने बताया कि गुरूवार को 4 मरीजों के ऑपरेशन कर छुट्टी की गई। जिसमें रामसिंह, विजय, शुभम एवं करन शामिल है।