- सीयू में विश्व वानिकी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
बिलासपुर, 21 मार्च । campussamachar.com, गुरू घासीदास ((Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur केन्द्रीय विश्वविद्यालय) विश्वविद्यालय में 21 मार्च, 2023 को ‘विश्व वानिकी दिवस’ के उपलक्ष्य में वानिकी वन्य जीव एवं पर्यावरण विभाग में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) की उपस्तिथि में हुआ।
कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने अपने उद्बोधन में वनों की सार्वभौमिकता के बारे में बताते हुए मानव जीवन में वनों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। वर्तमान समय में वनों के घटते क्षेत्रफल पर चिंता व्यक्त करते हुए युवाओं को वनों के संरक्षण हेतु आवाहन किया।
विश्वविद्यालय की जैव विविधता पर चर्चा करते हुए कुलपति (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने विश्वविद्यालय प्रांगण (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya campus , Bilaspur ) को हरित परिसर बनाने हेतु एनटीपीसी एवं रेलवे से इस मुहिम में सहभागिता देने हेतु आमंत्रित किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आलोक कुमार त्रिपाठी ने वनों के साथ मानव जीवन के अटूट संबंधों पर विचार व्यक्त करते हुए एनटीपीसी (NTPC ) द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु किए जा रहे विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला।
Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur news : उक्त कार्यशाला में अवधेश त्रिवेदी जी द्वारा बदलते परिवेश में वनों के ऊपर विभिन्न संकटों व चुनौतियों के विषय पर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया गया। कार्यशाला में प्रो. एस.सी. तिवारी, अधिष्ठाता प्राकृतिक संसाधन संकाय ने अपने उद्बोधन में सतत वन प्रबंधन एवं स्वस्थ वन स्वस्थ जीवन’ विषय में जानकरी देते हुए पारिस्थितिकतंत्र में वनों भूमिका के बारे में प्रकाश डाला।
campussamachar.com, कार्यक्रम के समापन अवसर पर वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. के.के. चंद्रा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. भावना दीक्षित एवं डॉ. गुंजन पाटिल ने मानव जीवन में वनों के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष योगदान एवं उपयोगिता के बारे में जानकारी प्रदान की। उक्त कार्यशाला का संचालन डॉ. गरिमा तिवारी एवं डॉ. भावना दीक्षित ने किया, जिन्होंने ने प्रतिभागियों को विश्विद्यालय की जैव विविधता के संरक्षण वसंवर्धन हेतु प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में वानिकी, वन्यजीव एवं पर्यावरण विभाग के शिक्षकों की अहम भूमिका रही। उक्त कार्यशाला में विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) के विभिन्न संकायों के संकाय अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।