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NEP 2020: शिक्षा मंत्रालय ने शुरू की वेबिनारों की श्रृंखला, केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बताया उपयोगी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020), 2020 के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर, शिक्षा मंत्रालय (एमओई) कुछ महत्वपूर्ण पहल शुरू करने जा रहा है। एनईपी 2020 (NEP 2020) के एक वर्ष के उपलक्ष्य में इन पहलों के भाग के रूप में आठ दिन के लिए विषय आधारित वेबिनारों की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है। इस संदर्भ में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग व एनसीईआरटी ने 30 जुलाई को ‘एक समान और समावेशी समाज की ओर : एनईपी 2020 के लक्ष्यों को साकार करना, पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

उद्घाटन भाषण में अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि एनईपी 2020 (NEP 2020) का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली एक समान और समावेशी शिक्षा उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि यह सभी को शिक्षा के लिए दिशानिर्देश उपलब्ध कराती है, जिससे अपनी विविध शिक्षा जरूरत और पृष्ठभूमि से इतर सभी बच्चे विकास और अपनी पूरी मानव संभावनाओं को साकार करने में सफल हो सकते हैं। विशेष रूप से लड़कियों और ट्रांसजेंडर बच्चों सहित एसईडीसी से जुड़े बच्चों को शामिल करने के लिए पाठ्यक्रम और अध्यापन में हस्तक्षेप की जरूरत है।

एनसीईआरडी निदेशक ने मंत्री और अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत किया। उन्होंने एनईपी 2020 के संदर्भ में विषयवस्तु के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और वक्ताओं की सराहना की, जो क्षेत्र में अपने अनुभवों के बारे में बताएंगे।

वेबिनार में तीन विषयवस्तुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो इस प्रकार हैं:
एक समान और समावेशी समाज के लक्ष्य को हासिल करने से जुड़े मुद्दों और चुनौतियों के समाधान से जुड़े अनुभव
बालिका शिक्षा पर जोर के साथ सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों (एसईडीजी) का समावेशन : एनईपी 2020(NEP 2020) के प्रावधानों को आगे बढ़ाना
एनईपी 2020 (NEP 2020)के विजन : क्षेत्र से आने वाले विचारों के तहत सभी के समावेशन के लिए प्रभावी हस्तक्षेप
बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण सहित समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे राम कृष्ण मिशन, रूम टू रीड, स्व तालीम फाउंडेशन, सेंट मैरी स्कूल, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, आईटीएल पब्लिक स्कूल, विजनाना विहारा रेजिडेंशियल स्कूल, भारत भारती आदि सहित विभिन्न संगठनों व संस्थानों से आमंत्रित वक्ताओं ने क्षेत्र की मुश्किलों पर काबू पाने और जरूरी हस्तक्षेप करने से जुड़ी अपनी धारणाएं व अनुभव साझा किए। सत्रों का समन्वय एनसीईआरडी संकाय द्वारा किया गया था। हर सत्र विषयवस्तु और एनईपी 2020(NEP 2020) के संदर्भ में एनसीईआरटी की हाल की पहलों पर प्रस्तुतीकरण के साथ शुरू हुआ, जिसमें समान और समावेशी शिक्षा पर जोर दिया गया।

एनईपी 2020(NEP 2020) के लक्ष्यों पर केंद्रित राष्ट्रीय वेबिनार की कुछ विशेषताएं –

* आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम का प्रभावी कार्यान्वयन
* श्रवण दोष वाले बच्चों की मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता को पूरा करने के लिए बने विशेष कार्यबल का गठन
* समावेशी शिक्षा के लिए शिक्षण-शिक्षा हस्तक्षेप
* समावेशन की धारणा में दूरदराज और सीमावर्ती क्षेत्रों सहित समावेशी अभ्यास को प्रोत्साहन
* लड़कियों के टिकाऊ आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कौशल विकास पर जोर
* लड़कियों में  नेतृत्व और फैसला लेने के कौशल के साथ ही 21वीं सदी के कौशल बढ़ाना
* शुरुआत में ही पहचान और स्कूलों के आसपास व्यवधान रहित वातावरण तैयार करना
* विशेष रूप से 10 बस्तारहित दिनों के दौरान व्यावसायिक शिक्षा और जीवन कौशल का विकास किया जाना
* स्कूली पाठ्यक्रम के एक अहम भाग के रूप में बेहतर शिक्षा
* शैक्षणिक हस्तक्षेपों में स्वयंसेवकों और समुदाय के सदस्यों को जोड़ना
* विभिन्न हितधारकों के साथ साझेदारी के द्वारा समावेशन को जीवन के एक तरीके के रूप में देखना
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