बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (GGU-Central university Bilaspur) में 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन को सुना गया। पीएम ने कहा कि भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में बड़े घटक में से एक है। नई शिक्षा नीति भविष्य की सोच के साथ बनाई गई है। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा मंत्रालय की नई पहल का रिमोट का बटन दबाकर शुरुआत की।
प्रधानमंत्री के लाइव संबोधन के प्रसारण की व्यवस्था केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सभा कक्ष में की गई थी। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल सहित, कुलसचिव, विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्तिथ रहे।
इस अवसर पर कुलपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) के लागू होने की तिथि से एक वर्ष पूरा होने पर कहा कि हमारा राष्ट्र और कार्यकारिणी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस महायज्ञ में हम भी पूर्ण सक्रियता के साथ जुड़ गये हैं। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के पास यह सुनहरा अवसर है कि वह देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020(NEP-2020) को समुचित रूप से लागू करने वाले अग्रणी संस्थानों में से एक बने और छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानचित्र स्थापित करे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) लागू करने का रोडमैप पूरी तरह से तैयार है।
देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) में अंतरविषयक कोर्स की उपलब्धता, लचीली पाठ्यक्रम संरचना, मल्टीलेवल एक्सिट ऑप्शन, च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस), आजीवन पढ़ाई जारी रखने का प्रवाधान, विषयों को चुनने की स्वतंत्रता, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को समान महत्व, कौशल विकास पाठ्यक्रम एवं उपलब्धता आदि अनेकों प्रावधान ऐसे हैं जिससे छत्तीसगढ़ के वंचित समुदायों के छात्र-छात्राओं को शिक्षा के समान अवसर सुलभता से उपलब्ध होंगे और उनके करियर और जीवन का मार्ग प्रशस्त होगा। कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइन का पूर्णत: पालन किया गया।