- वीसी प्रो. चक्रवाल का बीज वक्तव्य, सीयू और मुबान विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू
बिलासपुर, 1 मार्च। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय ((Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur – केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने दिनांक 01 मार्च, 2023 को ‘11वीं मुबान चौमब्यूंग राजाभट विश्वविद्यालय थाईलैंड संगोष्ठी 2023’ में बीज वक्तव्य दिया। संगोष्ठी का विषय दि रिसर्च एंड इनोवेशन फॉर क्रिएटिव कम्यूनिटिज टूवर्ड्स सस्टेनेबल डेवेलपमेंट 2022 रहा। इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालयों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
Guru Ghasidas University Bilaspur News : संगोष्ठी में बीज वक्तव्य देते हुए कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि एशियाई देशों की संस्कृति व ज्ञान पुरातन होने के साथ ही समृद्ध और मजबूत आधार पर स्थापित है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम में निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों को हम अपनी ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति के उपयोग से प्राप्त कर सकते हैं। कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने 3 ‘सी’ क्रिएट, कनेक्ट एंड क्रिएटिविटी तथा 4 ‘आई’ इनजेन्यूटी, इनोवेशन, इमेजिनेशन और इंस्पायर के माध्यम से सतत् विकास के लक्ष्यों को हासिल करने का मंत्र प्रस्तुत किया।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा प्रारंभ किये गये स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से देश में स्वच्छता के प्रति गंभीर चेतना जागृत हुई है। यूएनडीपी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत अग्रणी राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है।
दोनों संस्थानों के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर
Guru Ghasidas University Bilaspur News : गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) की ओर से माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल एवं डॉ. चैरित सिलाडेह, अध्यक्ष मुबान चौमब्यूंग राजाभट विश्वविद्यालय थाईलैंड ने अकादमिक एवं शोध सहयोग समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थान आपस में शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में परस्पर सहयोग करेंगे।
सवाल-जवाब का चला सिलसिला
संगोष्ठी में थाईलैंड के प्रतिभागियों ने सवाल किया कि गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय सस्टेनेबल डेवेलपमेंट के क्षेत्र में क्या प्रयास किये जा रहे हैं। कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने इस सवाल के जवाब में बताया कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के द्वारा निर्धारित सभी 17 सतत् विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निरंतर सकारात्मक प्रयास कर रहा है।
विश्वविद्यालय ने गुरु घासीदास स्वाभिमान थाली (जीएसटी) का प्रारंभ किया है जिसमें दूरस्थ क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना शामिल है। इसका उद्देश्य समाज सेवा, मानवता और सेवा भाव जगाना है।
स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना प्रारंभ
विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) द्वारा शिक्षा के साथ भी, शिक्षा के बाद भी की अवधारणा के साथ स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना को प्रारंभ की गई है जिसके पोर्टल पर कंपनियों तथा विद्यार्थियों के पंजीयन कराया जा रहा है। इसमें विद्यार्थी अर्न वाइल लर्न का फायदा ले सकेंगे। पर्यावरण को बेहतर बनाने एवं दुर्लभ प्रजाति के पौधों को बचाने के लिए बायोडायवर्सिटी पार्क की स्थापना के लिए भी कोशिशें जारी हैं। विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) में हर्बल, औषधीय एवं वनस्पतिक उद्यान के निर्माण की प्रक्रिया भी जारी है। मशरूम के उत्पादन से हर्बल रंगों तक विश्वविद्यालय में निर्मित किये जा रहे हैँ।