कोरबा . 23 जनवरी, 2023 को सूर्यास्त के बाद चकाचौंध करने वाले ग्रह शुक्र और उससे कहीं अधिक धुंधले ग्रह शनि को एक-दूसरे के करीब से देखने का प्रयास किया गया इनके करीब ही अर्धचन्द्राकार चाँद को क्षितिज में देख पाए हालांकि चाँद इन दोनों ग्रहों से लगभग 30 मिनट पहले ही अस्त हो गया । फिर, सूर्यास्त के लगभग 90 मिनट बाद दोनो ग्रह भी ग्रह क्षितिज पर गायब (अस्त) हो गए। शुक्र आकाश के गुम्बद पर शनि के सबसे निकटतम से 0.4 डिग्री (लगभग एक पूर्ण चंद्रमा की चौड़ाई) की दूरी से से गुजरा। कोरबा के प्रदूषण के कारण शुक्र के पास शनि को नग्न आंख से देखने में समस्या हुई ।
campus news : क्यूंकि दोनों चमकीले ग्रह हैं लेकिन शुक्र ज्यादा, चमकीला है इस कारण शनि ग्रह को देखने मे थोड़ी परेशानी हो रही थी हालांकि टेलिस्कोप से देखने पर यह दोनों ग्रह अलग दिखने लगे। ये दोनों ग्रह एक दूसरे से इतने करीब थे कि ये एक ही दृश्य के भीतर दिखने लगे थे। शनि +0.7 परिमाण पर चमक रहा है। इस बीच, शुक्र -3.9 परिमाण में चमकता है।
वास्तव में, शुक्र सूर्य और चंद्रमा के बाद आकाश में तीसरे सबसे चमकीले आकाशीय पिंड के रूप में स्थित होता है। शुक्र इतना चमकीला है कि कुछ तेज-दृष्टि वाले लोग इसे दिन के उजाले में भी देख सकते हैं। 23 जनवरी को शुक्र और शनि के पास चंद्रमा भी आ गया था जो कभी कभार ही होने वाला संयोग है।
उक्त कार्यक्रम का सफल आयोजन सीपेट स्याहीमूडी कोरबा के डायरेक्टर एवं हेड मनोज कुमार राजपूत एवं सीपेट के अन्य अधिकारियों के सहयोग एवं उपस्थिति से हुआ। सीपेट के छात्र छात्राओं ने उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया। छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा से दिनेश कुमार, वेदव्रत उपाध्याय, निधि सिंह, सर्वज्ञा सिंह, सुमित सिंह एवं कमलेश दास उपस्थित होकर सीपेट में कार्यक्रम को प्रारंभ कर उसके विभिन्न लक्षणों एवं साथ ही इस युक्ति के साथ छात्र छात्राओं को वृहस्पति ग्रह को भी दिखाया गया जिसमें वृहस्पति के साथ उसके 5 अन्य उपग्रह भी दिखाये गये ।