- नेताजी देश के अविस्मरणीय नायक : डॉ लीना मिश्र
- नेताजी सदैव युवाओं के प्रेरणास्रोत रहेंगे : डॉ लीना मिश्र
- बालिका विद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती का आयोजन
- सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत यातायात चिन्हों का परिचय कराया गया
लखनऊ । देश की आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose Jayanti 2023: 23 जनवरी 1897) ने अल्पायु में ही यह समझ लिया था कि जबतक हम सभी भारतवासी एकजुट होकर अंग्रेजों का विरोध नहीं करेंगे, तब तक हमारे देश को उनकी गुलामी से मुक्ति नहीं मिल सकेगी। किसी राष्ट्र के लिए स्वाधीनता सर्वोपरि है। इसी मूलमंत्र को युवाओं की नसों में प्रवाहित करने और लोगों में घर कर गयी गुलामी की प्रवृत्ति के कारण उनकी सोयी आत्मा को जगाकर देशव्यापी स्वाधीनता आंदोलन को समिधा देते हुए आजादी को आत्मप्रतिष्ठा का प्रश्न बना देने वाले नेताजी सुभाष चंद बोस के अवदान को याद कर उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा छात्राओं के मन में जगाने हेतु बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, मोती नगर, लखनऊ ( BALIKA VIDYALAYA INTER COLLEGE MOTINAGAR LUCKNOW )में सुभाष चंद्र बोस जयंती मनाई गई।
lucknow education news : विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने छात्राओं को बताया कि स्वाधीनता आंदोलन को प्राणवायु देने वाले सुभाष चंद्र बोस ने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा जैसे नारों के माध्यम से भारतवासियों को बताया कि अब विनय करने से अंग्रेज जाने वाले नहीं हैं और इन्हें इन्ही की भाषा में जवाब दिया जाना आवश्यक है। जब तक हम इनकी गुलामी करेंगे, ये यहां से जाने वाले नहीं हैं।
Subhash Chandra Bose Jayanti 2023: सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर आधारित बहुत सारे जाने अनजाने तथ्य बताए गए और उन्हीं पर आधारित स्लोगन, पोस्टर, निबंध, कविता आदि के माध्यम से छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता और नवाचार का प्रदर्शन किया। साथ ही सड़क सुरक्षा माह की नोडल पूनम यादव एवं मंजुला यादव ने छात्राओं को यातायात से संबंधित चिन्हों का परिचय कराया ताकि वे इसे स्वयं तो जानें ही, अपने परिवारीजनों और आसपड़ोस को भी चित्रों के माध्यम से जागरूक कर सकें जिससे सड़क पर दुर्घटनाएं न हों।
campus news: प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र, समस्त शिक्षिकाओं तथा छात्राओं द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण के साथ ही उनके जीवनमूल्यों पर चलने का प्रण लिया गया। छात्राओं द्वारा अपने अविस्मरणीय नायक के सम्मान में देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। प्रतियोगिता में विजयी छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा।