- शांति की शक्ति सबसे महान शक्ति है दुनिया को आज शांति की शक्ति की आवश्यकता…
- पीस ऑडिटोरियम में ब्रह्मा बाबा की 54वी स्मृति दिवस को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया…
भिलाई 18 जनवरी – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के साकार संस्थापक पिता श्री ब्रह्मा बाबा की 54वी स्मृति दिवस सो समर्थी दिवस को भिलाई सेक्टर7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया| भिलाई सेवा केंद्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने पिताश्री ब्रह्मा बाबा के संस्मरण सुनाते हुए कहा की ब्रह्मा बाबा ने शांति की शक्ति द्वारा स्व के स्वभाव संस्कार का परिवर्तन कर नई दुनिया की स्थापना का श्रेष्ठ कार्य प्रारम्भ किया ।
पिताश्री ब्रह्मा बाबा कहते थे की जो चीज जितनी साधारण होती है वह उतनी ज्यादा सत्य के करीब होती है| कोई भी कार्य छोटा बड़ा नहीं होता श्रेष्ठ स्थिति श्रेष्ठ स्मृति है तो छोटा कार्य भी महान हो जाता है| जिन माताओं बहनों को समाज में नारी नरक का द्वार कहकर अपमानित किया ब्रह्मा बाबा ने उनका ट्रस्ट बनाकर इतने विशाल बेहद कार्य के निमित्त निर्भय शिवशक्ति बनाया| ब्रह्मा बाबा जितने सम्मान के साथ बड़ों से मिलते थे उतने ही आदर के साथ छोटों को परमात्म स्नेह की अंचली देते| परमात्म शिक्षाओं का साकार माध्यम बन पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने विश्व कल्याण का बीज बोया जो आज समूचे विश्व को शांति की शीतल छाया प्रदान कर रहा है| पिताश्री ब्रह्मा बाबा की मुख्य शिक्षाओं को वीडियो एवं चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया गया |ज्ञात हो की पिताश्रीब्रह्मा बाबा की 54वी स्मृति दिवस को भिलाई,दुर्ग छत्तीसगढ़ सहित समूचे विश्व के सभी सेवाकेंद्रो में विश्व शान्ति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है | जिसमे सभी ब्रह्मा वत्स अमृतवेले ब्रह्ममुहूर्त से ही मौन में रह संगठित रूप से राजयोग मेडिटेशन द्वारा विश्व में शांति के प्रकम्पन प्रवाहित किये|