बिलासपुर. Bilaspur News: 18 दिसंबर 2022 को महंत बाड़ा विकास समिति जरहाभाटा बिलासपुर मैं बड़े धूमधाम से गुरु घासीदास जयंती का आयोजन किया गया बिलासपुर शहर के गणमान्य नागरिक और सतनामी समाज के महंत और युवक-युवतियों सभी के सहयोग से महंत बाड़ा से एक विशाल रैली का आयोजन किया गया जो रैली पूरे बिलासपुर शहर चौक चौराहे होते हुए मिनीमाता चौक महाराणा प्रताप चौक गोल बाजार बिलासपुर देवकीनंदन चौक नेहरू चौक होते हुए राजीव गांधी चौक होते हुए रैली महंत बाड़ा में समापन हुआ.
campus news : बिलासपुर शहर के सभी चौक चौराहा में सभी समाज के लोगों के द्वारा रैली का भव्य स्वागत करते हुए सम्मान किया गया और खीर पूरी और मीठे पानी का व्यवस्था किया गया था बिलासपुर के सभी समाज के लोगों ने रैली का सम्मान करते हुए भव्य आयोजन का स्वागत किया गया रैली में सतनामी समाज के महंत के द्वारा जय स्तंभ पर ध्वजारोहण किया गया और जोड़ा जैतखाम नव निर्मित जैत स्तंभ का ध्वजारोहण और कलश क्रेन के द्वारा ध्वजारोहण किया गया जो देखने योग्य था महिला पंथी टीम के द्वारा पंथी गीत के साथ नृत्य करके लोगों का मन मोह लिया इसमें सीके महिलांगे मनोज कुर्रे एसआर पूर्णा सीएल कुर्रे बीआर डेहरिया अनुज टंडन मनमोहन साहेब टंडन और कीर्तन प्रसाद बंजारे आदि बड़ी संख्या में समाज सेवक और ग्रामवासी और शहर के निवास करने वाले गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे कार्यक्रम में सभी सम्मानीय अतिथियों का सम्मान करते हुए ध्वजारोहण किया गया लोगों ने हंसी खुशी से 18 दिसंबर का पर्व बाबा जी के जन्मदिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
विनम्र निवेदन है की…..हम सभी
1. सतनाम पर विश्वास रखें, सतनाम का प्रचार करें
2. जीव हत्या न करें, किसी को हानि न पहुचायें
3. जुआ सट्टा न खेले, नशा सेवन व मांसाहार न करें
5. माता बहनो का सम्मान करें, सदाचारी बने
6. जैतखाम प्रांगण के साथ-साथ, घर-द्वार, गांव-गली, पारा-मोहल्ला के साफ सफाई का कार्य करें
7. अपने अपने घर में सफ़ेद झंडा लगायें
8. प्रत्येक दिन सुबह-शाम घर के दरवाजे में सतनाम चौक पुरके दीपक जलायें
9. पढ़ने वाले प्रतिभावान बच्चों का एवं समाज के रिति रीवाज एवं संस्कृति के अनुरूप जीवन जीने वालो का जयंती के दिन सम्मान करें
10. बेसहारों को ठंड से बचाने के लिये गरम कपड़ो का दान करें।
11. सगे समन्धियों को आमंत्रित करके अपने सुविधा अनुसार गुरु घासीदास बाबाजी का जयंती धूम धाम से मनाये
12. गुरूजी के बताये रास्ते और दिये दिब्य ज्ञान को जीवन में अपनाकर अपने मानव जीवन को कृतार्थ करें
13. गुरु जयंती कार्यक्रम में किसी अन्य धर्म के अनुयायी ब्यक्ति के बारे में विचार न रखें
14. सामाजिक अभिवादन “सतनाम” से ही अभिवादन करें
15. अपने घर एवं सतनाम गुरुद्वारों को लाइट से सुसज्जित करें
16. मंच में “जय सतनाम – जय सतनामी – जय सतनाम धर्म” के नारों से जयघोष करें