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lucknow education news : प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती, इसका ही उदाहरण है S.S.J.D INTER COLLEGE का student मोहम्मद अनस

लखनऊ. lucknow education news :  प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती है इसका ही एक अनूठा उदाहरण है श्याम सुंदर जमुनादीन इंटर कॉलेज फैजुल्लागंज लखनऊ (S.S.J.D INTER COLLEGE , FAIZULLAHGANJ , LUCKNOW )  का 13 वर्षीय मोहम्मद अनस। मोहम्मद अनस कक्षा 6 का छात्र है जो विज्ञान में अपनी रूचि के कारण नए-नए वैज्ञानिक मॉडल बनाता रहता है।

उसकी सैनिटाइजिंग टनल उसकी प्रतिभा का एक छोटा सा उदाहरण है

कोरोना काल के समय बनाई गई उसकी सैनिटाइजिंग टनल उसकी प्रतिभा का एक छोटा सा उदाहरण है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होते हुए भी कबाड़ का प्रयोग करके उसने यह मशीन बनाई जहां इसकी बाजार कीमत करीब 40000 से ₹50000 तक की थी, वही अनस ने यही मशीन ₹2000 के भीतर कबाड़ के सामान से तैयार करके स्कूल को समर्पित कर दी जो कि विद्यालय परिसर में कार्यरत है।अनस के पिता कबाड़ इकठ्ठा करने का कार्य करते है जिससे उनकी 5000 से 6000 रूपये तक की महीने आमदनी होती है, परिवार में 6 लोग का खर्च इसी से चलता है। S.S.J.D INTER COLLEGE , FAIZULLAHGANJ , LUCKNOW के सहयोग से अनस, उसका भाई और दो बहनें पढ़ाई कर रहे है।

मोहम्मद अनस

S.S.J.D INTER COLLEGE , FAIZULLAHGANJ , LUCKNOW news : मोहम्मद अनस अपने पिता की कबाड़ की दुकान से मिलने वाले सामान को पुनर्जीवित करके अपने नए नए मॉडलों के रूप में प्रदर्शित करता रहता है। ऐसे ही उसने हवा की नमी को पानी में बदलने के लिए एक प्रोटोटाइप मशीन बनाई जिससे वायु में उपस्थित नमी की मात्रा को जल के रूप में पुनः परिवर्तित करके तथा शुद्ध करके पीने योग्य बनाया जा सकता है। डॉ जे पी मिश्र निदेशक एसएसजेडी इंटर कॉलेज ने बताया कि  मोहम्मद अनस उम्र में भले ही छोटा हो लेकिन समाज में जो समस्याओं से दिखती हैं, उससे प्रेरित होकर उनको दूर करने के लिए नए-नए आविष्कार किया करता है। इन्हीं अविष्कारों में उसकी दिल्ली जैसे बड़े शहरों की स्मॉग की बड़ी समस्या को दूर करने के लिए एयर प्यूरीफायर भी बनाया। यह मशीन हवा को फिल्टर करके पुनः सांस लेने योग्य बनाती है, जिसको भी उसने पुराने सामान का ही प्रयोग करके बनाया है।

मोहम्मद अनस

आगे चलकर एक बड़ा वैज्ञानिक बनना चाहता है मोहम्मद अनस

campus news: डॉ जे पी मिश्र निदेशक एसएसजेडी इंटर कॉलेज ने बताया कि अब तक मोहम्मद अनस लगभग 15-16 इस प्रकार के छोटे-छोटे विज्ञान के मॉडल अपनी सोच से तथा विद्यालय के सहयोग से बना चुका है। जिसमें उसकी बिना किसी ईंधन तथा विद्युत ऊर्जा के चलने वाली भौतिकी के नियमों पर आधारित मिसाइल बहुत प्रसिद्ध है। मोहम्मद अनस छोटी उम्र में ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुका है। वह आगे चलकर एक बड़ा वैज्ञानिक बनना चाहता है जिससे वह समाज के लिए नए-नए प्रयोग करके उनके जीवन को और ज्यादा बेहतर तथा खुशहाल बना सके। उसकी रूचि नई ऊर्जा स्रोतों को ढूंढने तथा कबाड़ को कैसे नया आकार देने में है। मोहम्मद अनस अपने विद्यालय में सभी बच्चों की प्रेरणा का स्रोत है।

डॉ जे पी मिश्र निदेशक एसएसजेडी इंटर कॉलेज

विद्यालय के शिक्षक उसे हमेशा प्रोत्साहित करते रहते हैं

campus news : किसी को भी नए विज्ञान मॉडल बनाने में किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए होती है। तो वह अनस से एक बार जरूर संपर्क करता है। विद्यालय ( S.S.J.D INTER COLLEGE , FAIZULLAHGANJ , LUCKNOW ) तथा विद्यालय के शिक्षक उसे हमेशा प्रोत्साहित करते रहते हैं। जिससे वह आगे चलकर अपने सपनों को पूरा कर सके तथा समाज के लिए कुछ अच्छा कर सकें। डॉ जे पी मिश्र निदेशक एसएसजेडी इंटर कॉलेज ने बताया कि  यदि ऐसे छात्रों को समाज का सहयोग भी प्राप्त हो तो निश्चित ही मोहम्मद अनस जैसे और भी बच्चे निकल कर आगे आएंगे और अपने सपने पूरे कर पाएंगे।

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