अयोध्या जिले के ब्लाक हैरिंग्टनगंज में ग्राम बंधु महाविद्यालय संचालित
लखनऊ. अयोध्या जिले के ब्लाक हैरिंग्टनगंज में संचालित ग्राम बंधु महाविद्यालय ने स्थानीय विद्यार्थियों को अब उच्च शिक्षा हासिल करना आसान लगने लगा है। खासकर आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं के लिए स्नातक करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था लेकिन अब महाविद्यालय संचालित होने से उनके ऊंची शिक्षा हासिल करने का सपना पूरा होता दिख रहा है।
आमतौर पर शिक्षण संस्थान ऐसी जगहों पर संचालित किए जाते हैं, जहां से आर्थिक स्रोत बढ़ सकें और प्रबंधन को मोटी आय हासिल हो सके। न केवल अयोध्या बल्कि आसपास के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऐसे ही शिक्षण संस्थान संचालित किए जा रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायत शाहबाबाद ग्रन्ट में स्थित ग्राम बंधु महाविद्यालय की स्थापना आय के स्रोत बढ़ाने के बजाय क्षेत्र के गरीब, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चे-बच्ख्यिों (Boys& girls ) को उच्च शिक्षा की दहलीज तक पहुंचाने के लिए की गई और प्रबंधन की इस सोच की क्षेत्र में बड़े -बुजुर्ग सराहना भी करते हैं।
यहां होती है बीए की पढ़ाई
कॉलेज प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार महाविद्यालय में इस समय प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। यहां केवल बीए की पढ़ाई होती है। यहां बीए में हिंदी, अंग्रेजी, समाजशास्त्र,शिक्षाशास्त्र,प्राचीन भारतीय इतिहास, भूगोल,गृहविज्ञान आदि विषयों की पढ़ाई होती है।
काफी बड़ा है परिसर
कॉलेज में विद्यार्थियों की सभी जरूरी सुविधाएं हैं। विश्वविद्यालय के मानकों के अनुसार ग्राम बंधु महाविद्यालय में शिक्षकों व क्लासरूम की पर्याप्त उपलब्धता है। सड़क मार्ग पर स्थित होने के कारण आवागमन में भी सुविधा है। कॉलेज का परिसर बड़ा होने के कारण यहां विद्यार्थियों के लिए सभी प्रकार की गतिविधियां भी यथा समय आयोजित की जा सकती हैं।
होते हैं विभिन्न कार्यक्रम
महाविद्यालय में सभी महापुरुषों की जयंती व पर्व के अलावा केंद्र व राज्य सरकार और विवि प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देशों के अनुरूप सभी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है। ऐसे कार्यक्रमों में विद्यार्थी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
पढ़ाई के साथ अनुशासन भी
महाविद्यालय के शिक्षक बताते हैं कि महाविद्यालय में नियमित रूप से कक्षाएं लगती हंै। विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ-साथ अनुशासन का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। यहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं,इसलिए विशेष रूप से क्लासरूम से लेकर परिसर तक में अनुशासन को प्राथमिकता दी जाती है।