- प्रो. चक्रवाल ने कहा कि हमें डॉ. अंबेडकर के बहुआयामी व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर श्रेष्ठता के उच्चतम मानक स्थापित करने होंगे
- मुख्य अतिथि बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरूण साव
- विशिष्ट अतिथि प्रो. नीलांबरी दवे, पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट गुजरात
बिलासपुर 01 अक्टूबर. गुरू घासीदास (केन्द्रीय विश्वविद्यालय Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) विश्वविद्यालय में दिनांक 01 अक्टूबर, 2022 को बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरूण साव के मुख्य आतिथ्य में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन हुआ। डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन, भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय से अनुदान प्राप्त इस योजना का उद्घाटन जैव प्रौद्योगिकी विभाग के स्मार्ट क्लास रूम में प्रातः 10 बजे से हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. नीलांबरी दवे, पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट गुजरात रहीं वहीं अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने की। इसके साथ ही मंचस्थ अतिथियों में विश्वविद्यालय ( Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार, नोडल अधिकारी डॉ. भारती अहिरवार सह-आचार्य फार्मेसी विभाग एवं सह-सलाहकार प्रो. मुकेश सिंह उपस्थित रहे।
मंचस्थ अतिथियों ने सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती, संत गुरु घासीदास एवं डॉ. बी.आर. अंबेडकर जी के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किये। तत्पश्चात नन्हें पौधे से अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रो. मुकेश कुमार सिंह ने स्वागत उद्वोबधन दिया। डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के संबंध में नोडल अधिकारी डॉ. भारती अहिरवार सह-आचार्य फार्मेसी विभाग ने विचार साझा किये।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरूण साव ने कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर है जब केन्द्रीय विश्वविद्यालय ( Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्ठता केन्द्र की स्थापना हो रही है। उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी पल निराश होने की आवश्कता नहीं है। इस केन्द्र के माध्यम से वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होगा। इसमें प्रवेश लेने वाले सभी सौ विद्यार्थियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि इस केन्द्र के माध्यम से सभी प्रवेशित विद्यार्थी अखिल भारतीय स्तर की परीक्षाओं में चयनित होकर अपने परिवार एवं विश्वविद्यालय का नाम रौशन करेंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने कहा कि इस डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्र के अंतर्गत प्रवेश लेने वाले सौ विद्यार्थी भविष्य में यूपीएससी और पीएससी से चयनित राष्ट्र निर्माण में अपना सक्रिय एवं सकारात्मक सहयोग प्रदाय करेंगे। विश्वविद्यालय में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना से अनुसूचित जाति एवं वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवा की तैयारी के लिए एक ही स्थान पर विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। प्रो. चक्रवाल ने कहा कि हमें डॉ. अंबेडकर के बहुआयामी व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर श्रेष्ठता के उच्चतम मानक स्थापित करने होंगे। डॉ. अंबेडकर ने अपने संघर्षमय जीवन में अध्ययन के सर्वोच्च शिखर को प्राप्त कर देश के संविधान निर्माण में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सभी नवप्रवेशित विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे शपथ लें कि अखिल भारतीय स्तर की परीक्षाओं में सफल होकर वे विश्वविदयालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरान्वित करेंगे।
इस अवसर पर प्रो. नीलांबरी दवे, पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट गुजरात ने सभी प्रवेशित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कड़ी मेहनत और विशेषज्ञ शिक्षकों के मार्गदर्शन में सफलता के नये कीर्तिमान बनाकर विश्वविद्यालय का नाम रौशन करने का आव्हान किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस संबंध में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में दिनांक 22 अप्रैल, 2022 को देश के 31 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में एक साथ डॉ. आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना हेतु एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गये थे। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वावधान में यह योजना प्रारंभ की गई है। 100 सीटों के लिए 756 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिसमें 330 अभ्यर्थियों ने क्वालिफाई किया। उल्लेखनीय है कि इसमें तैंतीस प्रतिशत सीटों बालिकाओं के लिए सुरक्षित रखी गई हैं। भारत सरकार की इस योजना के लेकर विद्यार्थियों के उत्साह एवं समर्पण का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय ( Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) में पहले राउंड की काउंसिलिंग के पश्चात ही सभी सौ सीटें भर गई थी। विश्वविद्यालयों में डॉ. आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी। इसके खुलने से सबसे बड़ा लाभ प्रशासनिक सेवा की तैयारी करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को होगा। डॉ. आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र में पुस्तकालय, हाई स्पीड वाईफाई आदि सुविधाएं भी रहेंगी।
शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर अतिथियों का सम्मान किया गया। डॉ. हरित झा सहायक प्राध्यापक जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षणकगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.)