बिलासपुर. पूरे प्रदेश में 22 अगस्त से अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन की बेमियादी हड़ताल चल रही है। स्कूल से लेकर सरकारी कार्यालय तक के कामकाज ठप है। ऐसे में छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष सीके महिलांगे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से फेडरेशन के हड़ताल के संबंध में भावुक अपील की है। उन्होंने कहा कि शासन उनकी मांगों को सकारात्मक तरीके से पूरा करे। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ के द्वारा छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से विनम्र अपील की जाती है कि कर्मचारी अधिकारियों का हड़ताल 7 दिन हो गए परंतु अभी तक आपके द्वारा कर्मचारी संगठनों को वार्ता के लिए नहीं बुलाया जा रहा है बड़ा खेद का विषय है हड़ताल की वजह से बच्चों की पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रही है और आम जनता परेशान हैं तहसील कार्यालय रजिस्ट्री कार्यालय और जिला न्यायालय इस तरह से 101 विभाग बंद पड़े हैं केवल संविदा कर्मचारियों के द्वारा काम हो रहा है शासकीय कर्मचारी अधिकारी शत प्रतिशत हड़ताल पर बैठे हुए हैं और सभी स्कूले बंद पड़ी है बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी से अपील की जाती है कि छात्र हित में और आम जनता के हित में इस हड़ताल को आवेदन समाप्त किया जावे । चर्चा के माध्यम से और कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए ताकि शासन और कर्मचारी संगठन के बीच कोई समझौता हो सके और कोई अच्छा रास्ता निकल सके। शासन की हठधर्मिता के कारण अधिकारियों के द्वारा कर्मचारी संगठनों को नहीं बुलाया जा रहा है टेबल में बैठकर आपसी चर्चा होनी चाहिए। चर्चा होने से ही कोई बीच का रास्ता निकल सकता है और हड़ताल समाप्त हो सकता है।
7 दिनों के हड़ताल से छत्तीसगढ़ शासन को करोड़ों रुपए की राजस्व की हानि हो रही है इस पर भी चिंतन होना चाहिए हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री से विनम्र अपील है कि आम जनता की तकलीफों और बच्चों के भविष्य को देखते हुए हड़ताल को समाप्त किए जाने हेतु बीच का रास्ता समझौता करके किया जाना चाहिए हड़ताल के कारण छत्तीसगढ़ का विकास मैं अवरुद्ध हो रहा है।
छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष सीके महिलांगे ने कहा कि हम सब छत्तीसगढ़िया हैं छत्तीसगढ़ का विकास चाहते हैं और आप भी छत्तीसगढ़िया हैं इस कारण छत्तीसगढ़ का विकास के बारे में सोचते हुए कर्मचारी संगठन और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चर्चा होने से बीच का रास्ता निकल सकता है और हड़ताल समाप्त भी हो सकता है शासन दो कदम आगे बढ़े और कर्मचारी वर्ग दो कदम पीछे हटने से और एक अच्छा प्रयास है शासन प्रशासन और कर्मचारी संगठन के चर्चा से ही समाधान हो सकता है ।