- बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोती नगर लखनऊ
- भारतीय संस्कृति में कलश पूर्णता का प्रतीक : डॉ लीना मिश्र
- कलश अलंकरण लोक का सर्वमान्य कलारूप : डॉ लीना मिश्र
- भारत विकास परिषद, चौक द्वारा बालिका विद्यालय में कलश सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन
लखनऊ.पौराणिक कथाओं में यह वर्णन मिलता है कि श्रावण मास में भगवान शिव का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था और वह अपनी ससुराल गए थे जहां उनका स्वागत अर्घ्य और जलाभिषेक से हुआ था। तभी से माना जाता है कि इस माह में धरतीवासियों पर भगवान शिव की विशेष कृपा रहती है। वैसे भी सावन के महीने में पृथ्वी हरियाली से परिपूर्ण सुख-समृद्धि का प्रतीक बन जाती है। वर्ष भर के इंतजार के बाद इस महीने में नाले, नदियां, इनारे और पोखर भी अपने उफान पर होते हैं।
पूरे महीने सभी आस्तिक भाव में पूजा-अर्चना में लगे रहते हैं, जिसमें प्रयुक्त होने वाले मिट्टी के बने कलश और उन पर अपनी मान्यताओं के अनुसार विभिन्न रंग-रोगन, गेरू, रामरज, खड़िया, चूना, गोबर, जौ, चावल, फूल-पत्ती आदि से की गई चित्रकारी भी ध्यातव्य हो जाती है जिसमे गृहणियों और बेटियों की काफी रुचि होती है। इन परंपराओं और मान्यताओं को देखते हुए बेटियों को भारतीय संस्कारों से परिपूर्ण बनाने हेतु बालिका विद्यालय प्रतिवर्ष कलश अलंकरण की प्रतियोगिता आयोजित कर विजयी छात्राओं को पुरस्कृत करता है।
इसी क्रम में भारत विकास परिषद, महिला शाखा, चौक द्वारा संस्कृति सप्ताह के अंतर्गत 3 अगस्त को बालिका विद्यालय में कलश सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की शिक्षिका मीनाक्षी गौतम के निर्देशन में जूनियर तथा सीनियर वर्ग की 35 छात्राओं ने कलश प्रतियोगिता में पूरे उत्साह से प्रतिभाग किया। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने भारतीय संस्कृति में कलश के महत्व को समझाते हुए छात्राओं को अच्छे कलश अलंकरण के लिए प्रेरित करते हुए भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक की अध्यक्ष सुश्री कंचन अग्रवाल एवं मंजू अग्रवाल एवं ज्योति अग्रवाल को धन्यवाद दिया। जूनियर वर्ग में कक्षा 7 की अंजली यादव प्रथम और जुलेखा द्वितीय स्थान पर रही तथा कक्षा 8 की चाहत तृतीय स्थान पर रही और कक्षा 7 की मोहिनी को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ।
सीनियर वर्ग में कक्षा 12 की संजना विश्वकर्मा प्रथम, कक्षा 10 की कल्पना द्वितीय, कक्षा 12 की अनु तृतीय स्थान पर रही तथा कक्षा 10 की आरती और कक्षा 12 की आयशा को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाएं श्रीमती पूनम यादव एवं मंजुला यादव उपस्थित थीं। सभी छात्राओं को भारत विकास परिषद की तरफ से पुरस्कार वितरित किए गए तथा प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाली समस्त छात्राओं को पौष्टिक खाद्य सामग्री वितरित की गई।