- जल है तो कल है : डॉ लीना मिश्र
- बालिका विद्यालय में भूजल संरक्षण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम
- बालिका विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
लखनऊ . बालिका विद्यालय में भूजल सप्ताह के अंतर्गत जन जन को जल पहुंचाना है, जल संरक्षण अपनाना है, विषय को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने कहा कि जल है तो कल है। प्रधानाचार्य द्वारा छात्राओं को जल संरक्षण के महत्व, उसके भावी पीढ़ी और प्रकृति पर पड़ने वाले असर, निम्न भूजल स्तर वाले क्षेत्रों में होने वाली कठिनाइयां और जल संरक्षण के विभिन्न उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई और बताया गया कि जल संरक्षण के प्रति की गई हमारी लापरवाही भावी पीढ़ी को कितनी मुसीबत में डाल सकती है और यदि किसी भी प्रकार से इसका संचय कर पाए तो एक अनमोल उपहार के रूप में हम भावी पीढ़ी को जल के रूप में जीवन सौंपेंगे।
इसके पश्चात विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिकासीमा आलोक वार्ष्णेय तथा श्रीमती पूनम यादव के निर्देशन में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की बहुत सी छात्राओं ने स्लोगन, पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जिसमें जन सामान्य को आकर्षित करने और प्रभावी संप्रेषणीय पोस्टर, स्लोगन एवं निबंध के माध्यम से अपने मौलिक विचार सामने रखे। पोस्टर प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में कक्षा 12 की सलोनी प्रथम, कक्षा 11 की ऋषिता द्वितीय तथा कक्षा 9 की मुस्कान तृतीय स्थान पर रही।
स्लोगन प्रतियोगिता में कक्षा 11 की हुमैरा प्रथम ,आराध्या गुप्ता द्वितीय तथा मधु सिंह तृतीय स्थान पर रहीं और स्नेहा भारती एवं महिमा को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। इसी प्रकार से जूनियर वर्ग में पोस्टर प्रतियोगिता में कक्षा सात की खुशबू गौतम प्रथम, फलक सिद्दीकी द्वितीय तथा कैफिया तृतीय स्थान पर रहीं। निबंध प्रतियोगिता में कक्षा सात की अंजली यादव प्रथम तथा सुमन द्वितीय स्थान पर रहीं। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने छात्राओं के इस उत्साहपूर्ण रचनात्मक प्रतिभाग के लिए बधाई दी और उन्हें स्वयं को तथा अपने परिवार एवं समाज को जल संरक्षण के लिए सदैव जागरूक करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया।