- प्रांताध्यक्ष महिलांगे ने आंदोलन की सफलता पर दिया धन्यवाद
रायपुर/बिलासपुर.प्रधान पाठक कल्याण संघ के आह्वान पर प्रदेश भर में बुधवार को सभी प्रधान पाठकों ने अपने-अपने विद्यालयों में साफ-सफाई की और फिर प्रधान पाठक और प्रभारी प्रधान पाठक ने हाथ में झाड़ू लगाते हुए फोटो खींचकर ग्रुप में डालकर अपना विरोध जताया।
प्रधान पाठक कल्याण संघ के अध्यक्ष सीके महिलांगे ने स्वयं अपने विद्यालय परिसर में झाडू लगाकर साफ-सफाई की। प्रांताध्यक्ष महिलांगे ने बताया कि प्रधान पाठकों के द्वारा झाड़ू लगाते हुए एक प्रकार से गांधीवादी तरीके से विरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि यह सभी तस्वीरें शासन को भेजी जाएंगी ताकि यह पता चल सके कि प्राथमिक शिक्षा देने वाले स्कूलों की क्या स्थिति है?
इसलिए किया जा रहा विरोध
आज स्कूलों में गांधीगिरी की गई है। प्रधान पाठकों ने स्वयं झाडू लगाकर साफ सफाई की। दरअसल संघ का आरोप है कि बिलासपुर जिले के कोटा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के विवादित बयान दिया है। इस बयान के विरोध में बुधवार कोप्रदेश भर के प्रधान पाठक एवं प्रभारी प्रधान पाठक अपने विद्यालय में झाड़ू लगाई और स्वयं बच्चों को पीने के लिए पानी भरा।
प्रांताध्यक्ष महिलांगे ने की थी अपील
प्रधान पाठक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष सी.के. महिलांगे ने गांधीगिरी तरीके से विरोध करने की अपील की थी। प्रांताध्यक्ष महिलांगे ने बताया कि प्रदेश भर के प्रधान पाठकों व प्रभारी प्रधान पाठकों के द्वारा विरोध स्वरूप अपने स्कूल में झाड़ू लगाकर सांकेतिक विरोध प्रकट किया गया है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में प्रधान पाठकों को अनावश्यक रूप से प्रताडि़त ना किया जाए नहीं तो भविष्य में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा सभी प्रधान पाठकों को इस सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक कल्याण संघ की ओर से बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की जाती है आपने अपना विरोध प्रकट बहुत अच्छे ढंग से सफलतापूर्वक किया है। प्रांताध्यक्ष महिलांगे की ओर से कोटि कोटि धन्यवाद
सफाई कर्मियों की जारी है हड़ताल
उल्लेखनीय है कि शासकीय शालाओं में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की हड़ताल 135 दिनों से जारी है। इनको उचित मानदेय देते हुए इनके कार्य अवधि को बढ़ाने के साथ ही कई मांगे शासन स्तर पर उठाई गई है। मांगे पूरी न होने के कारण सफाई कर्मचारी आंदोलित हैं।
इनकी मांगे को सुने सरकार
शासन को सफाई कर्मचारियों के उचित मांग पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें उचित मानदेय देते हुए उनके कार्य अवधि की सीमा को बढ़ाया जावे ताकि शाला भवन और शाला परिसर और शौचालय साफ सुथरा रहे । प्रधान पाठकों का काम स्कूल मैनेजमेंट होता है , उनका काम बच्चों को पढ़ाना लिखाना है न कि शाला भवन मैं झाड़ू लगाने का। शासन से मांग की जाती है कि शिक्षकों के प्रति अपशब्द कहने वाले अधिकारियों को तत्काल उनके पद से हटाया जाए नहीं तो भविष्य में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।