लखनऊ . कालीचरण इण्टर कालेज, लखनऊ के गम्भीर भ्रष्टाचार के आरोपी प्रधानाचार्य डॉ. महेन्द्र नाथ राय के विरूद्व वित्त नियंत्रक की रिपोर्ट पर शासन स्तर पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। विद्यालय प्रबंधन ने डॉ राय के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में उनकी खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं जिला संरक्षक डॉ आरपी मिश्र, जिलाध्यक्ष डॉ आरके त्रिवेदी एवं जिला मंत्री महेश चन्द्र ने बताया कि जिला संगठन द्वारा कालीचरण इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ महेन्द्र नाथ राय के विरूद्व भ्रष्टाचार के आरोपों की विशेष आडिट रिपोर्ट वित्त नियंत्रक द्वारा विद्यालय प्रबन्धक/जिला विद्यालय निरीक्षक को प्रेषित कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। कार्यवाही न होने पर जिला संगठन द्वारा 09 अप्रैल, 2022 को मुख्यमंत्री को वित्त नियत्रक की रिपोर्ट को भेजकर कार्यवाही की मांग की गई थी।
शिक्षक नेताओं ने बताया कि शासन द्वारा 10 मई, 2022 को शिक्षा निदेशक तथा शिक्षा निदेशक द्वारा 19 मई, 2022 को जिला विद्यालय निरीक्षक को विशेष आडिट रिपोर्ट प्रेषित करते हुए जॉच रिपोर्ट/विशेष आडिट रिपोर्ट 08.03.2022 पर नियमों/विनियमों के आलोक में नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही की आख्या/प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देष दिए गए हैं।
प्रबंध समिति से की गईं थी शिकायतें
शिक्षक नेताओं ने बताया कि जिला संगठन द्वारा कालीचरण इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डा0 महेन्द्र नाथ राय के विरूद्व प्रबन्ध समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं तत्कालीन नगर विकास मंत्री आशुतोष टन्डन से भ्रष्टाचार के आरोपी प्रधानाचार्य की जॉच कर कार्यवाही की मांग की गई थी। प्रबन्ध समिति द्वारा शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रबन्ध समिति के पदेन अध्यक्ष जिलाधिकारी, लखनऊ को जॉच का जिम्मा सौपा गया था। जिलाधिकारी द्वारा गठित तीन सदस्यीय जॉच समिति की जॉच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के आरोपो की गम्भीरता को देखते हुए जॉच समिति द्वारा विशेष आडिट कराये जाने की संस्तुति की गई थी। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ0 मुकेश कुमार सिंह द्वारा संयुक्त शिक्षा निदेशक से विशेष आडिट कराने का अनुरोध किया गया था।
आडिट जांच के लिए जेडी ने लिखा था
संयुक्त शिक्षा निदेशक ने शिक्षा निदेशक को पत्र प्रेषित करते हुए विशेष आडिट कराये जाने के लिए लिखा था। शिक्षा निदेशक द्वारा वित्त नियंत्रक को विशेष आडिट कराने के निर्देश दिए गए थे। वित्त नियंत्रक द्वारा जॅाच कर विषेष आडिट रिपोर्ट विद्यालय प्रबन्धक, जिला विद्यालय निरीक्षक एवं उच्चधिकारीयों को प्रेषित कर कार्यवाही के निर्देश दिए थे।