- बालिका विद्यालय में बसंत पंचमी का आयोजन
- बसंत पंचमी की महत्ता भारतीय साहित्य, संगीत एवं कलाओं में प्रकारान्तर से देखी जाती है : डॉ लीना मिश्र
- गायन एवं फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता हुई आयोजित
लखनऊ. बालिका विद्यालय में धार्मिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय पर्वों व त्योहारों को शिक्षिकाओं और छात्राओं द्वारा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ वर्ष पर्यंत मनाया जाता है। भारत में बसंत पंचमी या श्री पंचमी के त्योहार को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बसंत ऋतु आते ही मौसम में एक सुखद और उत्साहपूर्ण बदलाव देखा जाता है।
बसंत पंचमी का त्योहार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस त्यौहार को होली की आहट के रूप में भी देखा जाता है। इस त्यौहार को भारतीय संस्कृति के विविध कला रूपों में प्रकारान्तर से रचा और प्रस्तुत किया गया है। बसंत पंचमी का यह त्योहार ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है। इस त्योहार की महत्ता को देखते हुए पीतवस्त्रधारी विद्यालय परिवार ने प्रकारान्तर से बसंत पंचमी को आयोजित किया।
बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोती नगर लखनऊ की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र द्वारा मां सरस्वती का वंदन करते हुए उनकी प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया तथा समस्त शिक्षिकाओं एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। संगीत शिक्षिका प्रतिभा रानी के निर्देशन में छात्राओं ने घर से ही ऑनलाइन मोड में मां सरस्वती की उपासना करते हुए उनकी वंदना तथा गीत गाकर प्रतिभाग किया।
अनेक प्रतियोगिताएं भी आयोजित
इस आयोजन में अनेक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिसमें कक्षा 11 की आयशा ने सर्वश्रेष्ठ गीत गाया तथा कक्षा 9 की नैना वर्मा दूसरे स्थान पर रही। कक्षा 8 की खुशी तृतीय स्थान पर है। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में कक्षा 11 की महक ने भारतीय स्त्री के आकर्षक परिधान में प्रतिभाग किया।