लखनऊ. अटेवा-पेंशन बचाओ मंच,उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने फर्रुखाबाद जनपद के अटेवा जिला संयोजक नरेंद्र सिंह जाटव को घर पर नजरबंद किये जाने की तीखी भत्र्सना की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा घर पर पुलिस बल लगाकर उन्हें नजरबंद किए जाने से प्रदेश के शिक्षकों, कर्मचारियों में काफी रोष है। यह शिक्षकों कर्मचारियों के साथ अमानवीय व्यवहार है। अटेवा संगठन पुरानी पेंशन की आवाज मुखरता से उठाता रहा है और उठाता रहेगा । यह लोकतंत्र की हत्या की जा रही है कि बिना नोटिस, बिना कारण, बिना अपराध के दो दिन तक नजरबंद कर दिया गया। यह कार्रवाई मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है।
प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि यदि इसी प्रकार शिक्षकों का शोषण किया गया तो शिक्षक मजबूर होकर उग्र आंदोलन करनेे के लिए बाध्य होंगे और इसका खामियाजा सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि किसी शिक्षक के घर पर इस तरह पुलिस लगाकर दमन करना अलोकतांत्रिक है। उत्तर प्रदेश के शिक्षकों कर्मचारियों ने इसके खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया और सभी ने इसकी कड़ी निंदा की। प्रदेश के विभिन्न शिक्षक-कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी इसकी तीव्र निंदा की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्रुखाबाद आगमन पर पुरानी पेंशन बहाली के लिए जिला संयोजक द्वारा ज्ञापन देने का अनुरोध किया गया था, इसके बाद जिला संयोजक अटेवा नरेंद्र सिंह जाटव पर प्रशासन ने यह कार्रवाई की थी।