- श्रीरामलीला पार्क सेक्टर-’ए’ सीतापुर रोड योजना कालोनी , लखनऊ में चल रहे शिव पुराण कथा का तीसरा दिन
लखनऊ, 10 दिसम्बर, campussamachar.com, सनातन धर्म में राम चरित मानस, शिव महापुराण, भगवत गीता सहित अनेकों ग्रन्थ रत्न के रूप में हैं। फिर भी हम दूसरी ओर भाग रहे है। धर्म पर चलने और कथा सुनने वाला व्यक्ति कुछ देर के लिए भले ही मार्ग भटक जाए, लेकिन वो वापस अपने सही मार्ग पर लौट आता है।
विश्वनाथ मन्दिर के 33वें स्थापना दिवस के मौके पर श्रीरामलीला पार्क सेक्टर-’ए’ सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रहे शिव पुराण कथा के तीसरे दिन मंगलवार को कथा व्यास पं. गोविंद मिश्रा ने कहा कि हमारे सनातन धर्म को खतरा बेधर्मियों से नहीं खुद से ही है। कुछ लोगों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया लेकिन अधिकांश लोग उनका साथ नहीं दे रहे हैं। हम अपने धर्म के लिए कितना कार्य करते है ये सोचना पड़ेगा। धन से नहीं धर्म से हमारा भारत विश्व गुरु बनने के लिए अग्रसर है।
उन्होंने बताया कि जब तक प्रभु की कृपा नहीं होती, तब तक हम धर्म, भक्ति की ओर जा नहीं सकते। पहले शिक्षा, पैसा कम प्रेम ज्यादा होता था, लेकिन आज शिक्षा, पैसा ज्यादा और प्रेम कम हो गया है। पं. गोविंद मिश्रा ने कहा कि राम चरित मानस को जितना सरल समझते हैं उतना सरल नहीं है। व्यक्ति कितना भी शिक्षित क्यों न हो हर कोई मानस की चौपाई नहीं पढ़ पाता है। मानस की एक एक चौपाई को पढ़ना और समझना चाहिए। प्रतिदिन कम से कम एक दोहा अवश्य पढ़ना चाहिए।
कथा में “पकड़ लो बांह रघुराई, नहीं तो डूब जायेंगे…”, “कह रघुपति सुन…”, “भोलेनाथ से निराला कोई दूजा नहीं…”, “बम बम बोल रहा है काशी…” जैसे भजनों पर भक्त जमकर झूमे। इस मौके पर पूर्व पार्षद बृज किशोर पाण्डेय, एसडीएम श्वेता मिश्रा, गिरिजा शंकर त्रिपाठी, शकुन्तला त्रिपाठी, शशांक त्रिपाठी, उषा मिश्रा, उमा शुक्ला, मंजू पांडेय, शीला पांडेय सहित काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे।