लखनऊ, 10 दिसम्बर, campussamachar.com, तत्कालीन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज को प्राप्त प्रधानाचार्य एवं प्रधानाध्यापक का अधियाचन को शून्य कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के सचिव की ओर से प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे गए पत्र में इस आशय की जानकारी दी गई है.
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज की ओर से भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि तत्कालीन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज को वर्ष 2019-20 एवं वर्ष 2021-22 में प्रधानाचार्य के 884 तथा प्रधानाध्यापक के 729 ऑनलाइन अधियाचन प्राप्त हुए हैं, जिनका अभी तक विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया गया है . आयोग द्वारा उक्त प्राप्त ऑनलाइन अधियाचनों के संबंध में बैठक दिनांक 1 दिसंबर को आयोजित की गई और उसमें यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है .
UP Tschool News : निर्णय यह है कि समाप्त होकर नए आयोग में विलय होने वाले तत्कालीन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में अशासकीय सहायता प्राप्त इंटरमीडिएट कॉलेज के 884 प्रधानाचार्य तथा हाई स्कूल के 729 प्रधानाध्यापकों के पदों का ऑनलाइन अधियाचन वर्ष 2019-20 में दिनांक 1 जुलाई 2019 से दिनांक 7 अगस्त 2019 तक एवं ऑनलाइन अधियाचन वर्ष 2021 – 2022 में दिनांक 3 दिसंबर 2021 से 20 दिसंबर 2021 तक विभिन्न जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षकों से प्राप्त हुए हैं , जो अभी विज्ञापित नहीं है .
इन अधियाचन को प्राप्त हुए काफी समय हो जाने के कारण इसे अन्य स्रोतों से भर लिए जाने की संभावना होने तथा नए आयोग की नियमावली के नियम 28 ( 1 ) के अनुसार अधियाचन भेजने के प्राधिकारी अब जिला विद्यालय निरीक्षक के स्थान पर निदेशक हो जाने के कारण नए आयोग को पूर्व ऑनलाइन प्राप्त अधियाचन पर आगे की कार्यवाही किए जाने पर विचार करना नियम संगत व तर्कसंगत नहीं है .
UP Teachers News : इसलिए विचार विमर्श के पश्चात आयोग द्वारा पूर्व में प्राप्त प्रधानाचार्य के 884 तथा प्रधानाध्यापकों के 729 ऑनलाइन अधियाचन को शून्य करके पोर्टल के माध्यम से नया / फ्रेश अधियाचन मांगे जाने का निर्णय लिया गया है. पत्र में आगे यह भी कहा गया है कि इस निर्णय के क्रम में तत्कालीन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में प्राप्त इंटरमीडिएट कॉलेज के 884 पदों एवं हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों के 729 पदों की ऑनलाइन के अधियाचन को शून्य किया जाता है. इसलिए जिला विद्यालय निरीक्षकों को उक्त निर्णय से अवगत कराने के साथ ही साथ आयोग के निर्णय अनुसार नए / फ्रेश अधियाचन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से 13 दिसंबर 2023 को अधिसूचित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग नियमावली 2023 केअध्याय 5 में दी गई व्यवस्था के अनुसार भेजने हेतु कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
UP News : उधर अधियाचन शून्य किए जाने पर माध्यमिक शिक्षक संघ ( पांडेय गुट ) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. संगठन के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ शिक्षक नेता नंदकुमार मिश्रा ने बताया कि अधियाचन शून्य करना तर्कसंगत नहीं है, क्योंकि इसमें अब यह संभावना है कि इन पदों को भरने की प्रक्रिया में निष्पक्षता व पारदर्शिता नहीं रहेगी . उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षक संघ ( पांडेय गुट ) को इस फैसले का विरोध करता है .
- देखें – उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का पत्र