- प्रधान ने जैव-विविधता संरक्षण, जैव-संसाधनों की सतत व्यावसायिक खेती की योजना बनाने वाले अनुसंधान संस्थानों पर जोर दिया
- ड्रॉप-आउट दरों को कम करने, एनईपी 2020 के फास्ट-ट्रैक कार्यान्वयन के लिए विशेष पहल करने का आह्वान किया
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ( Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने शिक्षा एवं विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह के साथ आज गुवाहाटी में पूर्वोत्तर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के शिक्षा सलाहकार और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Union Education Minister Dharmendra Pradhan ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्कूल एवं उच्च शिक्षा के परिदृश्य पर प्रस्तुतियों का अवलोकन किया। इसमें नामांकन प्रवृत्तियों, जातीय छात्रों के लिए आउटरीच पहल, सुविधाओं तक पहुंच, केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं की पहुंच, शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए उठाए गए कदम आदि को दर्शाया गया था। विचार-विमर्श मुख्य तौर पर एनईपी 2020 को लागू करने की दिशा में आगे की राह और पूर्वोत्तर क्षेत्र को ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों में अधिगम परिदृश्य को दमदार बनाने के लिए रणनीति आदि पर था।
Union Education Minister Dharmendra Pradhan ने ड्रॉप-आउट दरों को कम करने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों को साथ मिलकर विशेष पहल करने पर जोर दिया। उन्होंने जैव विविधता संरक्षण, जैव-संसाधनों की स्थायी व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने जैसे क्षेत्रों में योजना बनाने वाले अनुसंधान संस्थानों पर भी जोर दिया।