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GGU News : शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानक स्थापित करने होंगे- VC प्रो. चक्रवाल

सीयू में ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन
बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) मे 18 नवंबर को सुबह 10.30 बजे से आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं इंस्टीट्यूशनल इथिक्स कमेटी के द्वारा एथिकल इश्यूज इन रिसर्च इनवॉल्विग ह्यूमन सब्जेक्ट्स विषय पर ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के मुख्य संरक्षक Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल एवं कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार रहे। डॉ. अरविंद जयपुरियार, अध्यक्ष इंस्टीट्यूशनल एथिक्स कमेटी Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) , वक्ताओं के रूप में डॉ. एस.पी. धनेरिया प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष फार्मोकोलॉजी विभाग एम्स रायपुर, डॉ. नितिन गायकवाड़ प्राध्यापक फ ार्मोकोलॉजी विभाग एम्स रायपुर एवं डॉ. योगेन्द्र कीचे, अतिरिक्त प्राध्यापक फार्मोकोलॉजी विभाग एम्स रायपुर शामिल हुए।

कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर मुख्य संरक्षक कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि शोध के लिए हमें अपने मापडंद स्थापित करेंगे होंगे जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के हों। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि मानव की भागीदारी से जुड़े अनुसंधान के नीतिगत मामलों का बारीकी से अध्ययन किया जाये। विकसित देशों के द्वारा विकासशील देशों को जैव चिकित्सा अनुसंधान के संचालन में बाधाएं उत्पन्न होती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन को इस संबंध में ध्यान देने की आवश्यकता पर बल देते हुए Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलपति ने कहा कि तर्क एवं न्यायोचित तरीके से हम सभी को मूल्यों से संबंधित विभिन्न नैतिक चिंताओं के हर पहलू पर खुलकर बात करने की आवश्यकता होती है।

Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.) कुलपति ने कहा कि भारतीय चिकित्सा शोध परिषद जैव चिकित्सा अनुसंधान के संचालन के मामलों पर दिशा-निर्देश प्रदान करती है। कार्यशाला की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उम्मीद जताई कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के एकमात्र केन्द्रीय विश्वविद्यालय के केमिकल एंड डग्स साइंस के शिक्षक व शोधार्थी बेहतर शोध पत्रों का प्रकाशन कर विश्वविद्यालय को अकादमिक मानचित्र पर स्थापित करेंगे।

Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.)  की इंस्टीट्यूशनल एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अरविंद जयपुरियार ने कहा कि भारत जैव चिकित्सकीय शोध में तकनीकी तौर पर मजबूत है। अनुसंधान के नीतिगत मामलों के लिए दिशा-निर्देश एनं अन्य संशोधन के लिए एथिक्स कमेटी की आवश्यकता होती है। यह समिति विभिन्न प्रकार के जैव चिकित्सकीय शोधों के लिए निर्देशों का प्रावधान बनाती है। उन्होंने शोध के विभिन्न आयामों पर भी विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर Guru Ghassidas Vishwavidayalaya Koni, Bilaspur, (C.G.)  के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार धन्यवाद ज्ञापन किया। इस वेबिनार में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षणकण, शोधार्थी शामिल हुए।

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