बिलासपुर /रायपुर, 21 अक्टूबर . छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन एवं मांग पत्र दिया जाएगा. इस दिन मोर्चा से जुड़े शिक्षक स्कूलों में सामूहिक अवकाश लेकर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार के समक्ष रखेंगे .
प्रदेश के विभिन्न जिलों के शिक्षक अपने-अपने विकासखंड शिक्षा अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारियों को इस आशय का ज्ञापन भी प्रेषित कर रहे हैं कि वे 24 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन में मांग पत्र देने के लिए चलाए जा रहे हैं आंदोलन में शामिल होंगे . इसलिए वे सामूहिक अवकाश पर रहेंगे .
शिक्षकों की लड़ाई के लिए गठित छत्तीसगढ़ संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक मनीष मिश्रा वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत और संजय शर्मा के नेतृत्व में शिक्षक यह लड़ाई लड़ रहे हैं . उनकी मुख्य मांगों में शिक्षक एलबी संवर्ग की मांगों के निराकरण , लंबित महंगाई भत्ते की मांग को लेकर 24 अक्टूबर को जिले के सभी LB संवर्ग के शिक्षक सामूहिक अवकाश में रहकर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन व रैली निकाल कर ज्ञापन देंगे. शिक्षक नेताओं के अनुसार उनकी मुख्य मांगों में मोदी जी के गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर, सभी LB संवर्ग को क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाए, समतुल्य वेतनमान ( पुनरीक्षित वेतन मान ) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण किया जाए, पूर्व सेवा अवधि की गणना करते हुए सभी शिक्षक एलबी संवर्ग के लिए पुराने पेंशन को निर्धारित करें एवं भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 को जारी आदेश के समान 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन के स्थान पर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किया जाए , माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा याचिका क्रमांक WA 261 /2024 में डबल बेंच द्वारा पारित निर्णय दिनांक 28 / 2/ 2024 के तहत सभी पात्र LB सवर्ग के शिक्षकों के लिए क्रमोन्नत / समय मान का विभागीय आदेश दिया जाए और अंतिम मांग है शिक्षक व कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जुलाई 2024 से 3% महंगाई भत्ता दिया जाए तथा जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते की एरियर राशि का समायोजन जीएफ/सीजीपीएफ खाता में किया जाए.
शिक्षक नेताओं के अनुसार आज 21 अक्टूबर को विकासखंड शिक्षा अधिकारी मस्तूरी और अनुविभागी अधिकारी मस्तूरी बिलासपुर को भी ब्लॉक इकाई की ओर से पत्र भेज कर अवगत कराया गया है