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LUACTA कार्यकारिणी की बैठक : लखनऊ विश्वविद्यालय स्तर पर लंबित मामलों में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय , 6 पाइंट्स में समझें क्या हैं फैसले और अब आगे ये होगा

कार्यकारिणी बैठक मे Luacta के पदाधिकारी, जिलों के पदाधिकारी एवं महाविद्यालय कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहे 

लखनऊ , 29 सितम्बर,campussamachar.com,     लखनऊ  विश्वविद्यालय सहयुक्त  महाविद्यालय  शिक्षक संघ  (Luacta ) की कार्यकारिणी की एक  महत्वपूर्ण  बैठक आज   29 सितम्बर 24 को शिया पी जी कॉलेज में आयोजित हुई  .  संगठन के अध्यक्ष डॉ मनोज पांडेय और महामंत्री  डॉ अंशु केडिया सहित सभी पदाधिकारी व् सदस्य उपस्थित रहे .  लम्बी चर्चा के बाद  इस  बैठक मे विश्वविद्यालय स्तर पर लंबित मामलों मे निम्नवत निर्णय पारित हुए.
1. महाविद्यालय के पीएच डी पर्यवेक्षकों को शोध पर्यवेक्षक होने संबंधित प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जाता है .  संगठन की मांग है कि संबंधित शिक्षकों को शोध पर्यवेक्षक होने का प्रमाणपत्र निर्गत किया जाए.
2. विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षकों से परीक्षा संबंधित कार्य करवा लिया जाता है एवं ऑनलाइन पारिश्रमिक दिए जाने हेतु खाते की सूचना भी मांगी जाती है .  सूचना समय पर उपलब्ध कराए जाने के बावजूद पारिश्रमिक के लिए भटकना पडता है.  विश्वविद्यालय द्वारा पहले संगठन को आश्वस्त किया गया था कि सॉफ्टवेयर के माध्यम सभी लोगों को भुगतान किया जाएगा I अतः विश्वविद्यालय आगामी परीक्षा से पहले भुगतान सुनिश्चित करे.
3. विश्वविद्यालय द्वारा अवकाश के दिनों में परीक्षा के समय अन्य विश्वविद्यालयों के समान एक कार्य दिवस पर एक दिन के अवकाश का प्रावधान किया है, जिसे कतिपय महाविद्यालय स्पष्ट पत्र के अभाव में स्वीकार नहीं कर रहे हैं I कुलपति महोदय द्वारा संघ को आश्वस्त किया गया था कि कार्यपरिषद द्वारा एक कार्य दिवस पर एक अनुमोदित हो गया है I संघ का आग्रह है कि उक्त की प्रति समस्त महाविद्यालयों को उपलब्ध करायी जाए .  अगर एक पर एक प्रतिकर अवकाश संबंधित आदेश निर्गत नहीं होता तो आगामी परीक्षा में शिक्षक अवकाश के दिनों में कार्य नहीं करेंगे.
4. सीनियारिटी लिस्ट के सम्बंध में विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में पत्र जारी किया गया था किंतु महाविद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा अधिकृत सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी है I विश्वविद्यालय द्वारा सभी प्राचार्यों को तत्काल सूची भेजने का निर्देश दिया जाए .


5. पीएचडी अध्यादेश 2023 के अनुपालन में कतिपय विभाग जैसे गणित, जंतु विज्ञान, समाजशास्त्र आदि अपनी मनमानी व्याख्या कर रहे है I ये विभाग महाविद्यालय के शिक्षकों को शोध पर्यवेक्षक बनाए जाने में मनमानापन कर रहे है, विश्विद्यालय द्वारा सभी विभागाध्यक्ष शोध अध्यादेश 2023 का अनुपालन करें अन्यथा संघ इन विभागों के विरुद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगा .
6. यह संज्ञान में आया है कि प्रोन्नति हेतु दूर के विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों को नामित किए जाने के कारण अत्यधिक धन व्यय हो रहा है I विश्वविद्यालय प्रशासन अवगत हैं महाविद्यालय के पास विशेषज्ञों के भुगतान हेतु कोई मद नहीं है I यह भार अंततः शिक्षकों को उठाना पड़ता है I अतः विश्वविद्यालय, स्थानीय महाविद्यालयों के शिक्षकों को विषय विशेषज्ञ नामित करे, जिससे प्रोन्नति पाने वाले शिक्षकों को आर्थिक शोषण से बचाया जा सके.

विश्वविद्यालय से जुड़ी समस्याओं के अतिरिक्त फिरोज गांधी महाविद्यालय के शिक्षक डॉ आलोक सिंह के निलंबन पर महाविद्यालय शिक्षक संघ इकाई द्वारा किए जा रहे आंदोलन का Luacta द्वारा समर्थन किया गया एवं निर्णय लिया गया  कि अगले माह के प्रथम सप्ताह तक यदि डॉ आलोक सिंह को बहाल नहीं किया जाता है तो Luacta द्वारा आंदोलन किया जाएगा .  जिसमे धरना, प्रदर्शन गिरफ्तारी भी शामिल होंगी .

.फीडर कैडर का लाभ दिए जाने के सम्बंध में UGC एवं शिक्षा मंत्रालय से Luacta मांग करेगा .  विज्ञापन 47 एवं 50 के पदों पर कार्यरत शिक्षकों के रोस्टर की सूची नाम सहित प्रकाशित किए जाने हेतु Luacta निदेशक से मांग करेगी .  कार्यकारिणी बैठक मे Luacta के पदाधिकारी, जिलों के पदाधिकारी एवं महाविद्यालय कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहे .

 

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